पत्नी का सपना पूरा करने को पति ने छोड़ी नौकरी, अब DSP बनीं वर्षा पटेल

पत्नी का सपना पूरा करने को पति ने छोड़ी नौकरी, अब DSP बनीं वर्षा पटेल


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Satna News: वर्षा पटेल ने लोकल 18 से कहा कि गर्भावस्था के दौरान मूड स्विंग्स होना और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां आईं लेकिन फैमिली ने हमेशा उनका मनोबल बढ़ाया. यही वजह रही कि इंटरव्यू के समय उन्होंने आत्मविश्वास से सभी सवालों के जवाब दिए और वह शीर्ष पर रहीं.

सतना. संघर्ष, जज्बा और जुनून अगर साथ हो, तो बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी रास्ता नहीं रोक पातीं. इसका जीता जागता उदाहरण बनी मध्य प्रदेश के मैहर की बेटी वर्षा पटेल, जिन्होंने तीसरे प्रयास में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC Result) की परीक्षा पास की. उनका चयन डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस पद पर हुआ है. खास बात यह रही कि वह इंटरव्यू देने अपनी 20 दिन की बेटी श्रीजा को गोद में लेकर पहुंची थीं और शानदार प्रदर्शन कर महिला श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया.

वर्षा पटेल मूल रूप से मैहर के भरेबा गांव की रहने वाली हैं. उनकी प्रारंभिक पढ़ाई दमोह में हुई, जहां कक्षा 12वीं में उन्होंने 75 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. इसके बाद उन्होंने बीएससी बायो की पढ़ाई पूरी की और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गईं. दिलचस्प बात यह रही कि उन्होंने ज्यादातर पढ़ाई खुद से की और केवल 6 महीने इंदौर में कोचिंग ली. बचपन से ही मेहनती स्वभाव रखने वाली वर्षा ने कठिनाइयों के बावजूद हार नहीं मानी और अब पुलिस अधिकारी बनकर क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन किया है.

पति ने छोड़ी नौकरी
वर्षा की सफलता के पीछे उनके पति संजय पटेल का भी बड़ा योगदान है. वह इंजीनियर हैं लेकिन पत्नी के सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़कर मैहर में व्यवसाय शुरू किया. वर्षा लोकल 18 को बताती हैं कि जीवन के कठिन समय में भी पति ने उनका साथ नहीं छोड़ा. सास के देहांत और कॉलेज के दौरान पिता के निधन जैसे मुश्किल हालात में परिवार ने हमेशा हौसला दिया. यहां तक कि प्रेग्नेंसी और सी-सेक्शन के बाद भी वह पढ़ाई और परीक्षा में डटी रहीं. इंटरव्यू के समय उनके पति और भाभी भी साथ थे ताकि नवजात बेटी की देखभाल हो सके.

दमोह से मैहर शिफ्ट होना पड़ा
पढ़ाई के दौरान वर्षा को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पिता के निधन के बाद उन्हें दमोह से मैहर शिफ्ट होना पड़ा और कॉलेज आने-जाने में दिक्कतों के चलते कई प्रैक्टिकल्स सबमिट नहीं हो पाए. यहां तक कि उन्हें एटीकेटी भी आई लेकिन इन सब बाधाओं के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. वर्षा ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान मूड स्विंग्स और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां आईं लेकिन परिवार ने हमेशा उनका मनोबल बढ़ाया. यही कारण रहा कि इंटरव्यू के समय आत्मविश्वास से सभी सवालों के जवाब देकर वह शीर्ष पर रहीं.

अगला लक्ष्य डिप्टी कलेक्टर बनना
वर्षा पटेल ने आगे कहा कि डीएसपी बनना उनके संघर्ष का एक पड़ाव है लेकिन मंजिल अभी बाकी है. उनका अगला लक्ष्य डिप्टी कलेक्टर का पद पाना है, जिसके लिए वह चौथे प्रयास की तैयारी कर रही हैं. वर्षा ने नए अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए कहा कि तैयारी बीच में न छोड़ें और हमेशा धैर्य बनाए रखें. उन्होंने कहा कि सफलता समय और मेहनत दोनों मांगती है, इसलिए लगातार प्रयास करते रहें.

बहुत ज्यादा खुशी, सपना पूरा हुआ
वर्षा की मां ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि वह हमेशा पढ़ाई में लगी रहती थी और परिवार ने उसका पूरा सहयोग किया. वर्षा के पति संजय पटेल ने कहा कि उन्हें तो बहुत खुशी है कि उनका सपना पूरा हुआ है. उनकी पत्नी पिछले 7 साल से शादी को मैनेज करते हुए पढ़ाई में लगी रही.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

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