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Sri Lanka vs Hong Kong: एशिया कप में श्रीलंका ने हांगकांग की खराब फील्डिंग के चलते चार विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की. हांग कांग की टीम ने एक दो नहीं कुल छह कैच टपकाए, जो हार का बड़ा कारण बना. फिर हसरंगा और शनाका ने मैच खत्म किया.
भारत भी इस शर्मनाक लिस्ट में शामिल
पुरुषों के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक पारी में सबसे ज्यादा कैच छोड़ने का रिकॉर्ड अब चार टीमों के नाम है. 2009 में मोहाली में भारत ने श्रीलंका मैच में छह कैच छोड़े थे. इसके बाद 2017 में केप टाउन में दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका के खिलाफ उतने ही मौके गंवाए. 2024 में ऑस्ट्रेलिया बनाम स्कॉटलैंड मुकाबले में ग्रोस आईलेट पर भी छह कैच ड्रॉप हुए. अब एशिया कप 2025 में दुबई में हांगकांग ने श्रीलंका के खिलाफ यह शर्मनाक रिकॉर्ड दोहराया. यानी एक पारी में छह कैच छोड़ने की सूची में हांगकांग भी शामिल हो गया है.
रैंक | टीम (कैच छोड़ने वाली) | विपक्षी टीम | स्थान | वर्ष | छोड़े गए कैच |
---|---|---|---|---|---|
1 | भारत | श्रीलंका | मोहाली | 2009 | 6 |
2 | दक्षिण अफ्रीका | श्रीलंका | केप टाउन | 2017 | 6 |
3 | ऑस्ट्रेलिया | स्कॉटलैंड | ग्रोस आईलेट | 2024 | 6 |
4 | हांग कांग | श्रीलंका | दुबई | 2025 | 6 |
मैच की शुरुआत में ही पथुम निस्संका कई बार जीवनदान पाकर टिके रहे. छठे ओवर में किनचित शाह ने डीप मिडविकेट पर शानदार प्रयास किया, लेकिन निस्संका का टॉप-एज कैच हाथ से फिसल गया. फिर 10वें ओवर में एहसान खान ने अपनी ही गेंद पर निस्संका का कैच छोड़ा. 13वें ओवर में आजाज खान की गेंद पर शाहिद ने डीप मिडविकेट पर आसान सा कैच टपकाया और गेंद चौके में बदल गई. इसके तुरंत बाद 14वें ओवर में खुद एहसान खान ने एक और सरल रिटर्न कैच छोड़ दिया.
हांग कांग के पास था मौका
इतना ही नहीं, 12वें ओवर में कुशल परेरा को भी नजराकत ने मिडऑफ पर जीवनदान दिया. वहीं यासिम मुरतजा ने भी कवर पर डाइविंग कैच का मौका गंवा दिया. यानी श्रीलंका के दोनों प्रमुख बल्लेबाज बार-बार बचते रहे और हांगकांग अपनी मेहनत पर खुद पानी फेरता रहा. मैच का रोमांच तब चरम पर पहुंचा जब श्रीलंका ने 13 गेंदों के भीतर अपने चार विकेट गंवा दिए. हांगकांग पूरी तरह वापसी कर चुका था और ऐसा लग रहा था कि अब पलड़ा उनके पक्ष में झुक जाएगा. लेकिन यहां वही छूटे हुए कैच काम आए. निस्संका और परेरा अगर समय रहते आउट हो जाते, तो शायद श्रीलंका 140 रन भी नहीं बना पाता.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें