इंदौर के बाद अब जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल काॅलेज में 2 मरीजों के पैर कुतरने का मामला सामने आया है। घटना काॅलेज के मानसिक रोग विभाग में हुई है। मेडिकल काॅलेज के डीन का कहना है कि 2 मरीजों के साथ मामूली घटना हुई है। जिस वार्ड में ऐसा हुआ ह
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मरीजों के परिजनों ने सोमवार शाम को बताया कि वार्ड में भर्ती मरीजों के पैर में चूहों ने काटा है। जानकारी मिलते ही विभाग अध्यक्ष सहित अधीक्षक और डीन ने इसकी जांच के निर्देश दिए। शुरुआती जांच में पता चला कि मेडिकल काॅलेज के मानसिक रोग विभाग में पदस्थ डाॅक्टर और कर्मचारियों ने भारी लापरवाही बरती है।
एक मरीज की शिकायत पर वार्ड में मौजूद डॉक्टर ने इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी थी, लेकिन शिकायत के बाद भी वार्ड में चूहों से निपटने की इंतजाम नहीं किए गए। जिसके चलते दूसरे मरीज के साथ भी घटना हो गई।
मानसिक रोग विभाग के भवन में रेनोवेशन का कार्य चल रहा है। ऐसे में विभाग का संचालन अस्थि रोग विभाग के भवन से किया जा रहा है। घटना इसी भवन के प्रथम तल में मौजूद वार्ड की है।
बता दें, हाल ही में इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से 2 मासूमों की मौत की घटना सामने आई थी।
50 वर्षीय महिला के पैर मे चूहों ने काट लिया।
केस-1: काटने के बाद युवती को लगाए 3 इंजेक्शन रेट बाइट का शिकार हुई सिहोरा निवासी 25 वर्षीय रजनी यादव ने बताया कि सिर दर्द की समस्या के बाद उसे मानसिक रोग विभाग में भर्ती किया गया था। 9 सितंबर की रात को चूहे ने पैर में काट लिया, जिसे गहरा लाल निशान बन गया।
रजनी यादव के परिजनों ने बताया कि चूहों ने उनके दोनों पैरों की एड़ियों को कुतर दिया है। डॉक्टर को बताने पर उन्होंने इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी, जिसके बाद तीन इंजेक्शन लगे। शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। मानसिक रोग विभाग में चूहों का इतना आतंक है कि वे रात के समय मरीजों को काट रहे हैं।
केस-2: महिला के पैर में काट लिया, एड़ी पर किया हमला एक 50 वर्षीय महिला सरोज मेहरा भी इस लापरवाही का शिकार बनी है। उनके बेटे ने बताया कि मां को इलाज के लिए भर्ती कराया था। 2 दिन बाद ही चूहों ने मां की एड़ी काट ली। अगले दिन, चूहों ने उनके पैरों को भी नहीं छोड़ा और एड़ी पर हमला कर दिया।
मरीज के परिजन बोले-लापरवाही जारी है नरसिहंपुर जिला के गोटेगांव में रहने वाले जगदीश मेहरा ने बताया कि सोमवार को मैंने मां को इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज के मानसिक रोग विभाग में भर्ती करवाया था। उन्होंने बताया कि रात को जब मैं मां के पलंग के नीचे जमीन पर सो रहा था, उस दौरान अचानक ही मां की चीख सुनाई दी।
तुरंत उठकर देखा तो उन्होंने बताया कि मां के पैरों में चूहे ने काट लिया। इसके बाद दोनों फिर से बिना किसी को कुछ बताए सो गए। थोड़ी देर बाद चूहों ने जगदीश के पैरों में काटा। परिजनों ने फौरन मौके पर मौजूद नर्स को जानकारी दी, पर शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया।
मरीजों का कहना है कि बताया कि सिर्फ रात के वक्त ही नहीं दिन में भी वार्ड में चूहे घूमते नजर आ रहे हैं। चूहे आकार में इतने बड़े हैं कि काटने पर किसी को भी गंभीर घाव पहुंचा सकते हैं।

घटना की जांच करवाई जा रही है मेडिकल काॅलेज के डीन डाॅ. नवनीत सक्सेना का कहना है कि सोमवार रात को इस विषय की जानकारी मिली है कि मानसिक रोग विभाग में भर्ती कुछ मरीजों के पैरों में चूहों ने काटा है। जिन मरीजों को चूहों ने काटा है, उन्हें इलाज दिया जा रहा है।
दोनों मरीज पूरी तरह से स्वास्थ्य है, इसलिए उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है। घटना जिस मानसिक रोग वार्ड में हुई है, वहां का निरीक्षण अधीक्षक द्वारा किया है। मौके पर पेस्ट कंट्रोल से जुड़ी चीजें जैसे कि केक, गोलियां, प्लेट आदि रखी हुई मिलीं हैं।
इसके अलावा भी इंदौर की घटना बाद से लगातार यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चूहों पर नियंत्रण रहे। पेस्ट कंट्रोल के लिए ठेका कंपनी को भी निर्देश जारी किए हैं।