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Satna News: डॉ भारती ने लोकल 18 से कहा कि सिरोही और बरबरी नस्ल की बकरियां (Goat Milk Benefits) भी अच्छी मात्रा में दूध देती हैं. ये रोजाना 300 से 500ML तक दूध देती हैं.
डॉ भारती ने आगे कहा कि वहीं सिरोही और बरबरी नस्ल की बकरियां भी अच्छी मात्रा में दूध देती हैं. इनसे लगभग 300 एमएल से 500 एमएल तक दूध प्राप्त होता है. इनका वजन भी अन्य नस्लों की तुलना में ज्यादा होता है, जिससे ये मांस उत्पादन में भी उपयोगी मानी जाती हैं.
बकरी के दूध के फायदे
उन्होंने बताया कि बकरी का दूध सेहत के लिहाज से बेहद खास होता है. डेंगू जैसी बीमारियों में इसे बेहद लाभकारी माना जाता है. इसके अलावा यह पाचन के लिए भी उत्तम है और शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है.
भारत की देसी नस्लों के अलावा अल्पाइन और स्विट्जरलैंड की बकरियां भी दुनियाभर में दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं लेकिन देसी नस्लों की लोकप्रियता और उनकी उपयोगिता गांव-गांव में आज भी सबसे ज्यादा बनी हुई है. इस तरह जमुनापारी, सिरोही और बरबरी जैसी नस्लें न सिर्फ किसानों की आय का साधन हैं बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद फायदेमंद साबित होती हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.