आईआईटी इंदौर में 5.5 करोड़ की लागत से बना सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, स्टार्टअप्स ने शुरू की टेस्टिंग, जल्द सिंहासा आईटी पार्क में शिफ्ट होगा – Indore News

आईआईटी इंदौर में 5.5 करोड़ की लागत से बना सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, स्टार्टअप्स ने शुरू की टेस्टिंग, जल्द सिंहासा आईटी पार्क में शिफ्ट होगा – Indore News



आईआईटी इंदौर में इंटेलिजेंट मैन्युफैक्चरिंग के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू हो चुका है। इसमें 10 स्टार्टअप प्रोडक्ट टेस्ट कर चुके हैं। आईआईटी इंदौर के इन्क्यूबेशन सेंटर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन द्वारा स्थापित ‘मैन्युफैक्चरिंग इंटेलिजेंस, मॉडलिंग एंड इन

.

इसमें आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी, एसएमसी कॉर्पोरेशन के पदाधिकारी वेंकटेश बालासुब्रमण्यम, रोमित सवानी और भूपेंद्र वर्मा मौजूद थे। यहाँ इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाली सभी मशीनों और असेंबली लाइन को ट्रेन करने के लिए प्रोग्राम लगाए गए हैं। यहाँ रोबोटिक्स पर भी काम किया जा रहा है, साथ ही स्काडा सिस्टम भी छोटे स्तर पर लगाए हैं। 3डी प्रिंटिंग, वैक्यूम टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स आदि पर भी काम हो रहा है।

दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के सीईओ आदित्य व्यास ने बताया कि यह हमारा दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस है। इसके लिए हमें निजी इंडस्ट्रीज से भी फंडिंग मिली है, लेकिन सिमरोल में होने के कारण यहाँ इंडस्ट्रीज के लिए आना-जाना मुश्किल हो रहा है। इसे देखते हुए 3 महीनों में हम सेंटर को सिंहासा आईटी पार्क में शिफ्ट करेंगे। वहाँ अगले फेज को विकसित किया जाएगा। इसके लिए 3.5 करोड़ के प्रपोजल पर काम चल रहा है।

छात्रों और इंडस्ट्री के लोगों की स्किलिंग और अप-स्किलिंग होगी

इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इंडस्ट्रीज प्रोडक्ट डेवलप करके उसकी टेस्टिंग कर सकेंगी। दूसरा, इंडस्ट्री के समक्ष मौजूदा चुनौतियों के समाधान खोजे जाएंगे। तीसरा, छात्रों और इंडस्ट्री के लोगों की स्किलिंग और अप-स्किलिंग का अवसर दिया जाएगा, साथ ही हैकाथॉन जैसे आयोजन भी किए जाएंगे। इसके अलावा सीएसआर पहल के तहत भी गतिविधियां की जाएंगी। इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आने वाले 5 सालों में 50 डीपटेक इंटेलिजेंस मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप को फंडिंग दी जाएगी। इसमें उन्हीं प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा, जो सीधे फैक्टरी और इंडस्ट्री में इस्तेमाल हो सकें।

शुरू होते ही दो ग्रुप्स के ट्रेनिंग प्रोग्राम भी हो चुके

उद्घाटन के बाद यहाँ दो ग्रुप्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी आयोजित किए जा चुके हैं। पहला फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम सीआईआई के साथ मिलकर आयोजित किया गया, जिसमें इंदौर के प्रमुख कॉलेज और यूनिवर्सिटीज के प्रोफेसर और साथ ही इंडस्ट्रीज के 20-25 सदस्य शामिल हुए थे। इसके अलावा एमपीआईडीसी के साथ यहाँ जर्मनी की 5 टेक्नोलॉजी कंपनियों का दल भी यहाँ विजिट के लिए आ चुका है।



Source link