एक घर में 21 अलग-अलग जातियों के 104 वोटर्स: भास्कर की पड़ताल में मिले केवल 4, एमपी में 2023 में जुड़े थे 34 लाख वोटर्स – Madhya Pradesh News

एक घर में 21 अलग-अलग जातियों के 104 वोटर्स:  भास्कर की पड़ताल में मिले केवल 4, एमपी में 2023 में जुड़े थे 34 लाख वोटर्स – Madhya Pradesh News


भोपाल का नरेला विधानसभा क्षेत्र। यहां स्थित रतन कॉलोनी का मकान नंबर-1 बड़ा ही स्पेशल है। साल 2023 की मतदाता सूची के मुताबिक यहां 104 वोटर्स के नाम दर्ज हैं। जो कि 21 अलग-अलग समुदायों से आते हैं। जब भास्कर की टीम इस मकान पर पहुंची तो यहां केवल 4 लोग ह

.

वोटर लिस्ट में जिनके नाम जोड़े गए थे उनका अब उस पते पर न मिलने का ये केवल एक मामला नहीं है। भास्कर ने दो विधानसभा सीटों के 10 मकानों पर वोटर्स की तलाश की तो जिन लोगों के नाम चुनाव से पहले जोड़े गए थे वो वहां मिले ही नहीं। बता दें कि जनवरी से अक्टूबर 2023 के बीच यानी सिर्फ 10 महीने में निर्वाचन आयोग ने 34.11 लाख नए वोटर्स जोड़े थे।

निर्वाचन आयोग के अफसरों ने इस मामले को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है, तो बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस को जनता नकार चुकी है इसलिए संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने एमपी में भी वोट चोरी कर सत्ता हासिल की है। पढ़िए रिपोर्ट

सोर्स- निर्वाचन आयोग

2018 में 18.63 लाख नाम जोड़े गए थे साल 2018 के विधानसभा चुनाव में वोटर लिस्ट में चार बार संशोधन हुआ था। पहला संशोधन जनवरी, दूसरा जुलाई, तीसरा सितंबर और आखिरी संशोधन नवंबर 2018 में किया गया था। दरअसल, कांग्रेस ने 2018 में वोटर लिस्ट को लेकर शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद जुलाई में निर्वाचन आयोग ने संशोधित वोटर लिस्ट जारी की थी, जिसमें से 13.37 लाख वोटर्स के नाम हटाए थे। साल 2018 में वोटरों की संख्या 5.04 करोड़ थी।

4 सीटों पर 30 हजार से ज्यादा वोटर्स के नाम जोड़े गए मप्र की 230 विधानसभा सीटों में से 4 सीटें ऐसी हैं जहां 30 हजार से ज्यादा नए वोटर्स के नाम निर्वाचन आयोग ने जोड़े इनमें सबसे पहले नंबर पर इंदौर जिले की राऊ विधानसभा सीट है। निर्वाचन आयोग की लिस्ट के मुताबिक यहां 48 हजार 19 नए वोटरों को जोड़ा गया। इसके बाद भोपाल जिले की हुजूर सीट आती है जहां 38 हजार 547 नए मतदाता जोड़े गए।

तीसरे नंबर पर इंदौर-5 सीट है जहां 35 हजार 775 मतदाताओं के नाम जोड़े गए। इन तीनों ही सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते हैं। चौथे नंबर पर बड़वानी जिले की सेंधवा सीट है यहां 31 हजार 130 नए वोटर्स जुड़े हैं। यहां से कांग्रेस के मोंटू सोलंकी विधायक हैं।

7 सीटों पर 25 हजार से ज्यादा वोटर्स के नाम जुड़े इसी तरह सात सीटें ऐसी हैं जहां 25 हजार से ज्यादा वोटरों के नाम जोड़े गए। इनमें से 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की तो 2 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते। इन सात सीटों में इंदौर जिले की सांवेर सीट अव्वल है। यहां 29 हजार 853 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए थे। इसके बाद जोबट(27504), नरेला(27033) बड़वानी(26574), उदयपुरा(26177), सीधी(26080), राजनगर(25329) के नाम शामिल हैं।

16 ऐसी सीटें जहां 20 हजार से ज्यादा वोटर्स के नाम जुड़े एमपी की 230 में से 16 सीटें ऐसी हैं, जहां 20 हजार से ज्यादा नए वोटर्स के नाम जोड़े गए थे। इनमें महू अव्वल है। यहां 24 हजार 385 नए वोटर्स जोड़े गए। इसके बाद, आलीराजपुर (24250), पेटलावद (24180), पानसेमल (23727) और सांची (23643) समेत 11 अन्य विधानसभा सीटें शामिल हैं। दो सीटों को छोड़कर बाकी सीटों पर बीजेपी काबिज है।

अब भास्कर पड़ताल…..

भोपाल की दो सीटों के 10 मकानों का फिजिकल वेरिफिकेशन भास्कर रिपोर्टर ने भोपाल जिले की दो विधानसभा सीटें नरेला और हुजूर में जाकर इस मामले की पड़ताल की। नरेला में 27 हजार 33 तो हुजूर में 38 हजार 547 नए वोटर्स के नाम जोड़े गए थे। नरेला में 6 मकानों को तो हुजूर में तीन मकानों को रेंडम सिलेक्ट किया। इन मकानों में रहने वाले लोगों से बात की और उनसे वोटर्स लिस्ट में दर्ज नामों के बारे में पूछा। सिलसिलेवार जानिए किसने क्या कहा….

मकान नंबर 11 में सात वोटर, मिले केवल तीन हुजूर विधानसभा के कलखेड़ा गांव के मकान नंबर 11 में वोटर लिस्ट के हिसाब से अक्टूबर 2023 में सात लोग के नाम जोड़े गए थे। भास्कर की टीम जब यहां पहुंची, तो देखा कि घर में केवल तीन सदस्य और एक बच्चा मौजूद है। हमनें जब घर के मुखिया राजकुमार से बात की और उनसे पूछा कि आपके घर में कितने लोग रहते है, तो उन्होंने बताया कि केवल तीन लोग रहते है।

हमनें उन्हें वोटर लिस्ट दिखाई और उसमें मकान नंबर एक 11 पर दिए हुए लोगों के बारे में पूछा कि क्या कभी ये लोग यहां रहे है, या वे और उनका परिवार उन्हें जानता है? तो इस पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी उन चारों को व्यक्तियों को नहीं देखा है और ना ही ये उनके गांव में कहीं रहते है।

दरअसल, मकान नंबर 11 पर जिन 7 लोगों के नाम थे उसमें राजकुमार के परिवार के तीन लोग थे जिसमें सावित्री बाई, केसर और राजकुमार का नाम शामिल था। इसके अलावा बिहारीलाल सिलावट, उमा बाई सिलावट, धर्मेंद्र आर्य और भारती आर्य का नाम वोटर लिस्ट में मौजूद था।

मकान नंबर 11 में सात वोटर्स के नाम दर्ज हैं, लेकिन रहते केवल तीन लोग है।

मकान नंबर 11 में सात वोटर्स के नाम दर्ज हैं, लेकिन रहते केवल तीन लोग है।

मकान नंबर 19 में मुस्लिम के साथ रहते हैं हिंदू वोटर

कलखेड़ा गांव के ही मकान नंबर 19 में कुल मतदाता वोटर लिस्ट के अनुसार पांच है, जो की मुस्लिम समुदाय से आते है। यहां वजीर खान, आमना बी, अनीस खान, शाइन बी रहती हैं। वहीं वोटर लिस्ट के हिसाब से यहां विमलेश तोमर नाम की एक महिला भी इन्हीं के साथ रहती है।

भास्कर की टीम जब यहां पहुंची तो वजीन खान ने बताया कि उनके साथ कोई विमलेश तोमर नहीं रहती। उनसे पूछा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कभी रहने आई थी क्या? तो उन्होंने कहा कि उनके घर में क्या पूरे गांव में विमलेश तोमर नाम की कोई महिला नहीं रहती।

मकान नंबर 19 जहां वोटर लिस्ट के मुताबिक मुस्लिम के साथ हिंदू मतदाता रहते हैं। हकीकत में ऐसा नहीं है।

मकान नंबर 19 जहां वोटर लिस्ट के मुताबिक मुस्लिम के साथ हिंदू मतदाता रहते हैं। हकीकत में ऐसा नहीं है।

मकान नंबर 9 में गौर, विश्वकर्मा और भार्गव एक साथ रहते हैं इसी तरह कलखेड़ा के ही मकान नंबर 9 में वोटर लिस्ट के अनुसार गौर, विश्वकर्मा और भार्गव तीनों सरनेम के लोग एक साथ रहते है। वोटर लिस्ट के मुताबिक यहां कुल 11 मतदाता है। भास्कर की टीम ने जब मकान नंबर 9 में जा कर देखा तो यहां बस छोटू कुमार गौर और रोहित कुमार गौर ही मिले।

उन्होंने बताया कि उन के घर में इतने सारे लोग नहीं रहते है। वोटर लिस्ट के अनुसार इस घर में, विनोद भार्गव, रश्मि भार्गव, मोहित भार्गव, कमलेश विश्वकर्मा, कस्तूरी विश्वकर्मा, निशा भार्गव , मिलन भार्गव, सुरेन्द्र विश्वकर्मा और विनोद विश्वकर्मा भी रहते हैं।

मकान नंबर 1 के 100 मतदाता गायब भोपाल जिले की नरेला विधानसभा सीट पर चुनाव से ठीक पहले 27033 वोटर्स जोड़े गए थे। वोटर्स लिस्ट में देखा कि यहां रतन कॉलोनी के मकान नंबर 1 में 104 वोटर्स रहते हैं। भास्कर की टीम जब इस मकान पर पहुंची तो देखा कि यहां केवल 4 लोग रहते हैं। ये साहू परिवार का दो मंजिला मकान है। ग्राउंड फ्लोर पर साहू परिवार आटा चक्की संचालित करती है।

ऊपरी मंजिल पर परिवार के 5 सदस्य रहते हैं जिनमें से 4 वोटर हैं। भास्कर रिपोर्टर ने यहां रहने वाले नैतिक साहू से बात की तो उसने बताया कि वह वोटर नहीं है। उसकी दीदी, मम्मी, भाभी और भैया वोट डालते हैं। उसने ये भी बताया कि पांच लोगों के अलावा बिल्डिंग में और कोई नहीं रहता। उससे पूछा कि इस मकान में तो 104 वोटरों के नाम दर्ज हैं तो वह बोला मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता।

रतन कॉलोनी का मकान नंबर 1 जहां वोटर लिस्ट के मुताबिक 104 वोटर्स रहते हैं।

रतन कॉलोनी का मकान नंबर 1 जहां वोटर लिस्ट के मुताबिक 104 वोटर्स रहते हैं।

मकान नंबर 2 में 13 जातियों के 54 वोटर्स रतन कॉलोनी के ही मकान नंबर 1 के बगल में मकान नंबर 2 है। वोटर लिस्ट के मुताबिक इस मकान में 13 जातियों के 54 लोग रजिस्टर्ड हैं। भास्कर की टीम जब इस मकान पर पहुंची तो पता चला कि यहां केवल 4 सदस्य रहते हैं। जिनमें से केवल दो सदस्य ही वोटर है।

मकान नंबर 19 में 10 जातियों के 31 वोटर्स: नरेला के अमन कॉलोनी का मकान नंबर 19 में वोटर लिस्ट के अनुसार 31 मतदाता है पर इस घर में केवल 5 वोटर मिले। मकान नंबर 13 में 98 वोटर्स : अमन कॉलोनी के वार्ड नंबर 13 में अलग अलग जाति के कुल 98 लोग वोटर लिस्ट में रजिस्टर्ड है, पर रहते केवल 4 वोटर है। मकान नंबर 22 में 48 वोटर्स: इसी कॉलोनी के मकान नंबर 22 में कुल 48 लोग रजिस्टर्ड है पर असल में यहां केवल 3 लोग रहते है। इस मकान में साहू-5, पाटिल-3, कुशवाह-2, शाक्य-2, चिढ़ार-3, खटीक-4, सराठे-4, चौधरी-1, सिंह-5, कोली-1, चौहान-1, रायकवार-1 और अनु जाति के 16 लोग रहते हैं। मकान नंबर 20 में 25 वोटर: इसी तरह मकान नंबर 20 में कुल 25 लोग रजिस्टर्ड है, लेकिन घर में केवल 5 लोग रहते है। इसमें अनुसूचित जाति के 6 वोटर्स हैं।

नरेला की अमन कॉलोनी जहां अलग-अलग मकानों में 20 से ज्यादा वोटर्स रहते हैं।

नरेला की अमन कॉलोनी जहां अलग-अलग मकानों में 20 से ज्यादा वोटर्स रहते हैं।

निर्वाचन आयोग के अफसरों ने प्रतिक्रिया नहीं दी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का मुद्दा उठाए जाने के बाद मप्र में निर्वाचन आयोग ने भी चुप्पी साध रखी है। आधिकारिक तौर पर वे इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, हालांकि नाम न बताने की शर्त पर अधिकारियों का कहना है कि इन गड़बड़ियों को दूर करने के लिए ही SIR लागू किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश के लिए भी एसआईआर को लागू करने के आदेश मिल चुके है, हमनें सभी पार्टी के लोगों के साथ इस को लेकर एक बैठक कर चुके है। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसी कोई गड़बड़ी है तो एसआईआर आते ही सब हट जाएगी। अधिकारी ने ये भी बताया कि फिलहाल आयोग में काम कर रहे ज्यादा अधिकारी 2023 के वक्त नहीं थे।

बीजेपी नेता बोले- हम भी चाहते हैं जल्द हो SIR बीजेपी के प्रवक्ता अजय यादव कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी जो भी दावे करती है वो झूठे होते है। कांग्रेस को वाकई में लगता है कि गड़बड़ी हुई है तो उसे निर्वाचन आयोग के निर्धारित एफिडेविट के जरिए शिकायत करना चाहिए, ताकि इन शिकायतों की जांच हो सके। दरअसल, कांग्रेस केवल भ्रम फैलाती है। जब शिकायत की बारी आती है तो वह भाग जाती है।

कांग्रेस नेताओं का आरोप- बीजेपी ने 2023 का चुनाव लूटा इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि प्रदेश हो या देश हर जगह बीजेपी वोट चोरी कर रही है। एमपी के 2023 के चुनाव में भी इस तरह की धांधली हुई थी, तब हमने चुनाव आयोग को शिकायत की थी। कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं ने हुजूर और नरेला में घर-घर जाकर वोटर लिस्ट का सत्यापन किया था। इसी के बाद हम आयोग में शिकायत की, लेकिन आज तक संशोधन नहीं हुआ।



Source link