किसानों ने खराब सोयाबीन की शव यात्रा निकाली।
उज्जैन में किसानों ने सोयाबीन की खराब हुई फसल की शव यात्रा निकालकर प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों की मांग थी कि सरकार बिना सर्वे के मुआवजा दे। किसानों की सोयाबीन की फसल पूरी पानी में डूब चुकी है तो सर्वे कैसे होगा। किसानों ने चेतावनी दी
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उज्जैन से करीब 70 किमी दूर खाचरौद में शुक्रवार को किसान उग्र हो गए। किसानों का आरोप था कि अति वृष्टि से सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है खेत में पानी भरा हुआ है और पटवारी सर्वे की बात कर रहे है। किसानों ने बस स्टैंड से तहसील कार्यालय तक खराब हुई फसल की शव यात्रा निकाल दी। किसानों के प्रदर्शन में खाचरौद तहसील के नापाखेड़ी,केसरिया, नांदियासी, बुरानाबाग सहित अन्य गांव के किसान शामिल हुए थे।
किसान ट्रैक्टर, बैलगाड़ी और मोटरसाइकिलों से खाचरौद के बस स्टैंड तक पहुंचे थे। किसान सुरपाल सिंह भाटी ने बताया कि सोयाबीन का सही भाव (एमएसपी से ऊपर का दाम) और तुरंत भुगतान। फसल बीमा की पूरी राशि किसानों को मिले, बीमा कंपनियों की मनमानी पर रोक लगे।
बारिश से खराब हुई फसलों का त्वरित सर्वे और पूरा मुआवज़ा सहित भावांतर योजना की खामियों को दूर किया जाए, ताकि इसका लाभ किसानों को मिले न कि व्यापारियों को। इन्ही मांगो के साथ किसानों ने तहसील कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर ठोस निर्णय नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा।