चुनरी लेकर चलती महिलाएं और युवतियां।
नवरात्र की सप्तमी पर सोमवार को कराहल क्षेत्र के पनवाड़ा स्थित मां अन्नपूर्णा मंदिर में भक्ति और आस्था का माहौल रहा। इस अवसर पर कात्यायिनी माता मंदिर से एक किलोमीटर लंबी चुनरी यात्रा निकाली गई। इसमें एक हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने पांच
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यह यात्रा शाम चार बजे कात्यायिनी माता मंदिर से शुरू हुई। डीजे की धुन और धार्मिक जयघोषों के साथ श्रद्धालु झंडा व चुनरी लेकर आगे बढ़ते रहे। मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था भी की गई थी।
सड़क से चुनरी लेकर निकले श्रद्धालु।
लगभग ढाई घंटे की यात्रा के बाद शाम सात बजे चुनरी पनवाड़ा स्थित मां अन्नपूर्णा मंदिर के दरवाजे पर पहुंचेगी। यहां विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर चुनरी माता के चरणों में समर्पित की जाएगी। चुनरी का सिरा मंदिर तक पहुंचने पर पीछे चल रहे श्रद्धालुओं को भी पहुंचने में कुछ समय लगा, जो भक्तिभाव और उत्साह से परिपूर्ण दृश्य था।
इस चुनरी यात्रा में आम श्रद्धालुओं के साथ जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। पूर्व वन मंत्री रामनिवास रावत और भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक भूषण सहित कई सामाजिक-धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी भी यात्रा का हिस्सा बने। यात्रा के दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया।
यह चुनरी यात्रा सामूहिक आस्था, श्रद्धा और सामाजिक एकता का एक अनूठा उदाहरण बनी।