सतना. नवरात्रि का पावन पर्व खत्म होने को है. अंतिम तिथि के लिए लोग उपवास और फलाहार की तैयारी में जुट जाते हैं. व्रत के दौरान कुट्टू के आटे से बने पकवानों का खास महत्व होता है. यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि शरीर को दिनभर ताकत और ऊर्जा देने वाला सुपरफूड भी माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल बाजार में बिकने वाला कुट्टू का आटा अक्सर मिलावटी निकलता है. ऐसी स्थिति में व्रत तो टूटता ही है, स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है. लोकल 18 से बातचीत में मध्य प्रदेश के सतना के डायटिशियन अवध कुशवाहा ने बताया कि घर बैठे कुछ आसान तरीकों से असली और नकली कुट्टू के आटे की पहचान की जा सकती है.
पैकेजिंग पर दें खास ध्यान
डायटिशियन अवध कुशवाहा का कहना है कि आटा खरीदते समय सबसे पहले उसकी पैकेजिंग जांचें. हमेशा ब्रांडेड और पैकेज्ड आटा ही खरीदें. पैकेट पर लिखी उत्पादन तिथि, कंपनी का नाम और पोषण संबंधी जानकारी जरूर देखें. खुले में बिकने वाले आटे से बचें क्योंकि उनमें मिलावट की संभावना सबसे ज्यादा होती है.
पानी से करें टेस्ट
उन्होंने कहा कि घर पर आटे की शुद्धता की जांच करने का सबसे आसान तरीका है पानी टेस्ट. एक गिलास पानी में एक चम्मच कुट्टू का आटा डालें. असली कुट्टू का आटा पानी में घुल जाएगा जबकि नकली या मिलावटी आटा ऊपर तैरने लगेगा या नीचे बैठ जाएगा.
रंग से पहचानें असली कुट्टू
उन्होंने आगे कहा कि शुद्ध कुट्टू का आटा हल्के भूरे रंग का होता है. अगर आटा ज्यादा सफेद या हल्का दिखाई दे रहा है, तो समझ लें कि इसमें मिलावट की गई है. आमतौर पर यह मिलावट चावल या गेहूं के आटे से की जाती है.
गूंथकर करें जांच
अवध कुशवाहा ने कहा कि कुट्टू का आटा ग्लूटेन फ्री होता है, इसलिए जब इसे गूंथा जाता है, तो यह तुरंत चिपकता नहीं है और शुरू में टूटता रहता है. वहीं मिलावटी आटा ग्लूटेन की मौजूदगी के कारण जल्दी और आसानी से चिपक जाता है, यही इसकी सबसे आसान पहचान है.
सेहत और पूजा दोनों की सुरक्षा
नवरात्रि का व्रत सिर्फ परंपरा नहीं बल्कि शरीर और मन को शुद्ध करने का अवसर है. एक्सपर्ट की मानें तो इन पदार्थों की जगह दूसरी चीजों से भी व्रत पूरा किया जा सकता है. महिलाओं को अपने शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करना लाभकारी होता है. साथ ही भोजन में जटिल कार्बोहाइड्रेट्स शामिल करने की सलाह दी गई है. ओट्स, रागी, साबुत अनाज, दलिया जैसे खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते हैं और शरीर को व्रत के दौरान आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं. वहीं व्रत खोलते समय तला-भुना और मसालेदार खाना न खाएं. इसकी जगह मिक्स वेजिटेबल सूप, नारियल पानी और नींबू पानी जैसे हल्के पेय पदार्थों का सेवन करें. इसके अलावा, दाल चीला, ओट्स और मखाने की खीर जैसे हल्के खाद्य पदार्थ व्रत खोलने के लिए उचित माने गए हैं.