अशोकनगर में विजयदशमी के अवसर पर नवीन कृषि उपज मंडी स्थित स्टेडियम में 55 फीट ऊँचे रावण का पुतला दहन किया गया। इसके साथ ही 31 फीट के कुंभकर्ण और 15 फीट के मेघनाथ के पुतले भी जलाए गए। कुछ ही मिनटों में तीनों पुतले जलकर राख हो गए। इस आयोजन को देखने के ल
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लोगों से की बुराइयां त्यागने की अपील परंपरा के अनुसार, समिति के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर आदित्य सिंह और पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने विधिवत पूजन किया। इस अवसर पर सभी ने अपने विचार व्यक्त किए और रावण से जुड़ी बुराइयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह पुतला दहन असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। समिति अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह यादव ने लोगों से आंतरिक बुराइयों को त्यागने का आह्वान किया।
पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि यदि कोई व्यक्ति महिला पर अत्याचार करता है, तो उसे रोकने में बिल्कुल न डरें। ऐसा करने वाला व्यक्ति स्वयं राम के समान है।
आतिशबाजी से जगमगाया आसमान पुतला दहन से पहले लगभग दो घंटे तक रंग-बिरंगी आतिशबाजी की गई, जिससे पूरा आसमान जगमगा उठा। परिसर को चार मुख्य भागों में बांटा गया था। एक भाग में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले रखे गए थे, जबकि दूसरे भाग में राम दरबार सजाया गया था।
तीसरे भाग में मंच स्थापित किया गया था, जो जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आयोजकों के परिजनों के लिए आरक्षित था। चौथे भाग में आम जनता के लिए रावण दहन देखने की व्यवस्था की गई थी।


रावण दहन के बाद राम का राज्याभिषेक हुआ