बंगाली महिलाओं में सिंदूर खेला उत्सव मनाया।
नर्मदापुरम में बंगाली एसोसिएशन द्वारा आयोजित दुर्गोत्सव के पांचवें और अंतिम दिन गुरुवार शाम को सिंदूर खेला का उत्सव मनाया। दोपहर में सुहागिन महिलाओं ने माँ दुर्गा को सिंदूर अर्पण कर उनका पान मिष्टी से वरण कर अपने ससुराल वापस जाने के लिए विदा किया।
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महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद एक-दूसरे को भी सिंदूर लाने के उत्साह में सिंदूर खेला हुआ। पति की लम्बी उम्र और सुख समृद्धि की कामना की गई। नाम आंखों के साथ और अगले वर्ष पूजा को और उत्साह के साथ मनाने के जोश भरे जयकारों के साथ सपरिवार विसर्जन शोभायात्रा में जाकर मां को विदाई दी।
विजया सम्मेलन का हुआ आयोजन नर्मदापुरम बंगाली एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आशीष चटर्जी ने बताया बंगाली परंपरा में सिंदूर खेला का महत्व है। मान्यता है मां दुर्गा नवरात्रि में अपने मायके आती है। दशमी को अपनी ससुराल वापस लौट जाती है। विसर्जन शोभायात्रा के बाद विजया सम्मेलन का आयोजन होगा। जिसमें सभी गुरुजनों के चरण स्पर्श कर, उन्नति का आशीर्वाद लेंगे।