भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी क्रांति का नया अध्याय भोपाल से शुरू हो गया है। अपोलो सेज (निजी अस्पताल) से देश की पहली AI-Enabled Pro Health Check on Wheels यूनिट लॉन्च की जा रही है। यह मॉडर्न मोबाइल हेल्थ बस लोगों के दरवाजे तक जांच और पराम
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अब ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लोग बिना अस्पताल जाए ही हृदय, किडनी, लिवर, ब्लड प्रेशर, कैंसर, शुगर और अन्य बीमारियों की सटीक जांच करा सकेंगे।
‘हेल्थ चेक ऑन व्हील्स’ पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को सीमित शहरों से निकालकर हर नागरिक तक पहुंचाना है। यह न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि मरीजों को लंबी कतारों और जटिल प्रक्रियाओं से भी राहत दिलाएगी। इस यूनिट में AI-आधारित प्रिडिक्शन सिस्टम होगा, जो मरीज की रिपोर्ट देखकर संभावित बीमारियों का पहले से संकेत दे सकेगा।
भोपाल में ‘हेल्थ चेक ऑन व्हील्स’ बस आई।
AI हेल्थ चेक ऑन व्हील्स में वाइटल्स टेस्ट सुविधाएं अपोलो सेज अस्पताल की “PRO Health Can” बस पूरी तरह से सुसज्जित मोबाइल हेल्थ यूनिट है। इसमें मेमोग्राम, ECG, TMT (Argo Cycle), ब्लड सैंपलिंग, ऑडियोमेट्री, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, आंखों की जांच और वाइटल्स टेस्टिंग जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि यह मोबाइल यूनिट AI-पावर्ड रिस्क प्रिडिक्शन से लैस है, जो व्यक्ति की जांच रिपोर्ट को विश्लेषित कर संभावित स्वास्थ्य जोखिमों का अनुमान लगाने में सक्षम है। यानी मरीज को बीमारी के गंभीर रूप लेने से पहले ही सावधान किया जा सकेगा।
AI से होगा हेल्थ रिस्क का सटीक प्रिडिक्शन इस यूनिट की सबसे बड़ी विशेषता इसका AI-Enabled Health Prediction System है। यह मरीज की मेडिकल रिपोर्ट, ब्लड पैरामीटर्स और वाइटल्स का विश्लेषण कर हार्ट अटैक, डायबिटीज, किडनी या लिवर डिजीज जैसी स्थितियों के शुरुआती संकेत पकड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के सिस्टम से न केवल गंभीर बीमारियों की समय पर पहचान होगी बल्कि भारत को प्रिवेंटिव हेल्थकेयर की दिशा में मजबूती मिलेगी।
ग्रामीण भारत को मिलेगा फायदा ग्रामीण और अंचल क्षेत्रों में डॉक्टरों और डायग्नोस्टिक मशीनों की कमी एक बड़ी समस्या है। यह मोबाइल यूनिट इन इलाकों में जाकर सस्ती और विश्वसनीय जांच उपलब्ध कराएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण भारत में AI हेल्थ चेक ऑन व्हील्स जैसी पहल जीवनरक्षक साबित हो सकती है, क्योंकि गांवों में मरीज अक्सर देर से जांच कराते हैं।
बीमारियों की समय से पहले होगी पहचान अपोलो सेज अस्पताल ने इस प्रोजेक्ट को “Pro Health Initiative” के तहत शुरू किया है।इसमें सभी प्रमुख जांच एक ही जगह होगी। इसके अलावा बीमारियों का प्रिडिक्शन किया जा सकता है। इसके अलावा विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह, जांच के बाद इलाज और फिटनेस गाइडेंस जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। भारत में यह पहली AI आधारित हेल्थ ऑन व्हील्स यूनिट है, जो डायग्नोस्टिक रिपोर्ट्स का रियल-टाइम एनालिसिस कर सकती है। इससे डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स भी अपने आप जेनरेट होते हैं। जिससे मरीज को अगली जांच के लिए पुराने रिकॉर्ड लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी। यूनिट में मौजूद डॉक्टर वीडियो कंसलटेशन के जरिए अपोलो सेज अस्पताल के सीनियर स्पेशलिस्ट से तत्काल जुड़ सकेंगे।