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Cabinet approves new railway line-दिल्ली-मुंबई रूट पर वडोदरा-रतलाम तीसरा चौथा ट्रैक मंजूर, 8,885 करोड़ की लागत, 3 साल में पूरा होगा, यात्री सुविधा, माल ढुलाई, पर्यावरण और रोजगार में बड़ा फायदा मिलेगा.
नई दिल्ली. जल्द ही दिल्ली मुंबई के बीच ट्रेन से सफर करने वालों को राहत मिलने वाली है. इस रूट पर ट्रेनों में मारामारी नहीं होगी. केंद्र सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को वडोदरा-रतलाम रेल मार्ग पर तीसरे और चौथे ट्रैक के निर्माण को मंजूरी दे दी है. यह 259 किलोमीटर लंबा रेल प्रोजेक्ट गुजरात और मध्य प्रदेश को जोड़ेगा, जिसकी अनुमानित लागत 8,885 करोड़ रुपये है. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में 3 साल का समय लगेगा. यह रेल मार्ग दिल्ली-मुंबई हाई डेंसिटी नेटवर्क का हिस्सा है और पश्चिमी, उत्तरी व मध्य भारत को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
यह नया रेल रूट थर्मल पावर प्लांट्स, बंदरगाहों और मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब जैसे प्रमुख आर्थिक केंद्रों को राहत देगा. इससे कोयला, कंटेनर, चूना पत्थर और पेट्रोलियम उत्पादों की ढुलाई में हर साल 16.5 मिलियन टन की अतिरिक्त क्षमता जुड़ेगी. नई ट्रेनों की शुरुआत से यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
38 करोड़ किग्रा. कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम होगा
इससे हर साल 38 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम होगा, जो लगभग 1.5 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है. साथ ही, 7.6 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी और लॉजिस्टिक्स लागत में 856 करोड़ रुपये की वार्षिक बचत होगी. यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा.वडोदरा-रतलाम तीसरा और चौथा ट्रैक भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है.