बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीणा की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनके परिचितों से ठगी का प्रयास करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को सीआरपीएफ का अफसर बताकर उज्जैन जिला पंचायत अकाउंट ऑफिसर यशवंत गोठवाल से 5 रुपए की ऑनलाइन ठग
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यह घटना लगभग 18 सितंबर को सामने आई थी, जब कलेक्टर की शिकायत के बाद पुलिस और साइबर सेल ने संयुक्त कार्रवाई शुरू की। पुलिस टीम ने 80 से अधिक मोबाइल नंबरों, आईएमईआई और बैंक खातों की जांच की।
राजस्थान से हुई गिरफ्तारी
जांच के आधार पर पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार दबिश दी। पुलिस ने आरोपी जावेद पिता कासम मुसलमान (30) को राजस्थान के डीग जिले के कैथवाड़ा थाना अंतर्गत खेड़ा गांव से पकड़ा। वहीं दूसरा आरोपी परवेज फरार है।
सीएसपी वैशाली सिंह कराहलिया ने बताया कि आरोपी ने फर्जी फेसबुक आईडी में कलेक्टर कार्यालय की तस्वीरें भी इस्तेमाल कीं और विभिन्न मोबाइल नंबरों से लोगों को फोन कर पैसों की मांग कर रहा था।
सीएसपी वैशाली सिंह कराहलिया ने कार्रवाई की जानकारी दी है।
5 रुपए की ठगी से खुला राज
कलेक्टर की फर्जी फेसबुक आईडी की जानकारी उज्जैन में उनके साथ काम कर चुके और वर्तमान में जिला पंचायत अकाउंट ऑफिसर यशवंत गोठवाल को मिली। ठग जावेद ने फेसबुक मैसेंजर पर गोठवाल को मैसेज कर खुद को सीआरपीएफ का अधिकारी बताया और घरेलू सामान 85 हजार रुपए में बेचने का झांसा दिया।
गोठवाल सामान खरीदने को तैयार हो गए और सौदा 75 हजार रुपए में तय हुआ। जावेद ने गोठवाल से अपने अकाउंट की जांच के लिए पहले 5 रुपए भेजने को कहा। जब गोठवाल ने 5 रुपए भेजे, तो जावेद नाराज हो गया और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगा।
जावेद के इस व्यवहार से गोठवाल को उस पर शक हुआ। उन्होंने तुरंत मैसेज के जरिए कलेक्टर मृणाल मीणा से संपर्क किया। कलेक्टर ने तत्काल गोठवाल को चेतावनी दी कि वह ठग है और आगे कोई भुगतान न करें।
इस प्रकार सिर्फ 5 रुपए की ठगी के प्रयास से यह पूरा साइबर फ्रॉड का मामला उजागर हो गया।