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शहर के मेला परिसर में दीपावली पर्व के चलते आतिशबाजी बिक्री के लिए पटाखा मार्केट में दुकानें तैयार हो चुकी है। 100 से अधिक आतिशबाजी की दुकानों के लिए सुरक्षा व्यवस्था मेला परिसर में सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। बाजार में आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड भी खड़ी नहीं हो रही है। वहीं दुकानों पर सिर्फ नाम के ही फायर सिस्टम रखे हैं।
गौरतलब है कि मेला परिसर में लगे पटाखा मार्केट में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, अधिकांश आतिशबाजी दुकानों में आग बुझाने के लिए रेत, पानी की व्यवस्था नहीं है। वहीं कुछ दुकानों पर दिखावे के लिए पुराने अग्निशमन यंत्र रखे हैं, जो हादसा होने पर फेल साबित होंगे। बता दें कि बीते साल मुरैना के बानमोर की एक बारूद फैक्ट्री में धमका होने की घटना में तीन लोगों की मौत के बाद भिंड प्रशासन ने मेला परिसर में पटाखा दुकान लगाने पर रोक लगाई थी। तत्कालीन कलेक्टर द्वारा पटाखा बाजार बस्ती से दूर राजीव गांधी खेल मैदान में लगाने के आदेश दिए थे। हालांकि पटाखा व्यापारियों ने दुकानदारी चौपट होने की बात कहते हुए अगले साल से आतिशबाजी की दुकान शहर से दूर लगाने की बात कही थी।
नपा करे सुरक्षा के इंतजाम मालूम हो कि पटाखा मार्केट में लगी 100 से अधिक आतिशबाजी दुकानों से नपा 500 रुपए प्रति दुकान के हिसाब से किराया वसूलती है। इसके बावजूद यहां सुरक्षा के जरुरी इंतजाम नहीं हैं। सुभाष नगर निवासी राजू प्रजापति ने कहा कि मेला परिसर में लगे पटाखा मार्केट में आतिशबाजी दुकानों पर बड़ी मात्रा में बारूद व पटाखों का स्टॉक है। नियमानुसार आतिशबाजी दुकानों पर अग्निशमन यंत्र, पानी की बाल्टी, रेत हर दुकान के सामने अनिवार्य रुप से होना जरुरी है। हालांकि पटाखा व्यापारियों ने 10 फुट गैप के बाद दूसरी दुकान लगाई है। लेकिन यहां पर दुकानें पास-पास में लगी हुई हैं। इधर देर सोमवार शाम को एसडीएम अखिलेश शर्मा मेले में दुकानों का निरीक्षण करने पहुंचे।
सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे ^मेला परिसर में लगे आतिशबाजी बाजार में नगर पालिका जल्द सुरक्षा इंतजाम करेगी। वहीं आग बुझाने के लिए फायर सिस्टम रखने के लिए दुकानदारों से बोला जाएगा। वर्षा वाल्मीकि, नपाध्यक्ष, भिंड