डिंडौरी में संत सिर के बल कर रहे नर्मदा परिक्रमा: विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए लिया संकल्प, चार बार कर चुके हैं परिक्रमा – Dindori News

डिंडौरी में संत सिर के बल कर रहे नर्मदा परिक्रमा:  विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए लिया संकल्प, चार बार कर चुके हैं परिक्रमा – Dindori News


डिंडौरी में संत सिर के बल कर रहे नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं।

डिंडौरी में एक संत दिगंबर धर्मपुरी महाराज मानव कल्याण और विश्व शांति के लिए अनोखी परिक्रमा कर रहे हैं। वे सिर के बल, हाथों के सहारे नर्मदा की परिक्रमा कर रहे हैं। यह परिक्रमा अमरकंटक स्थित मां नर्मदा के उद्गम स्थल माई की बगिया से विजय दशमी के दिन शुर

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हर दिन तीन किलोमीटर की यात्रा करते है संत

संत धर्मपुरी महाराज प्रतिदिन लगभग तीन किलोमीटर की यात्रा सिर, हाथों के बल पूरी करते हैं। उनकी इस यात्रा में संतों की एक टोली भी साथ चल रही है, जो उनके विश्राम, भोजन और भजन की व्यवस्था करती है।

संत धर्मपुरी महाराज ने बताया कि उन्होंने यह संकल्प अपने गुरु शंकरपुरी महाराज के आदेश पर लिया है। उनका उद्देश्य विश्व शांति और मानव कल्याण है। गुरु शंकरपुरी महाराज भी उनके साथ चल रहे हैं और शिष्य की पूरी व्यवस्था संभाल रहे हैं।

रास्ते में संत को देखने वाले परिक्रमावासी और यात्री ‘नर्मदे हर’ के जयकारे लगाते हुए रुककर उनके दर्शन करते हैं।

पहले भी चार बार कर चुके है नर्मदा परिक्रमा

धर्मपुरी महाराज के मुताबिक इस परिक्रमा को पूरा होने में चार से पांच साल लग सकते हैं, जबकि सामान्य नर्मदा परिक्रमा में लगभग तीन साल, 13 महीने और 13 दिन लगते हैं। उन्होंने पहले भी चार बार नर्मदा परिक्रमा की है और यह उनकी पांचवीं परिक्रमा है।

गुरु शंकरपुरी महाराज ने कहा कि यह अधोमुखी नर्मदा परिक्रमा है और हर किसी के अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने के अलग-अलग तरीके होते हैं।



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