लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में भ्रष्टाचार में लिप्त रिटायर्ड इंजीनियर इन चीफ (ईएनसी) जीपी मेहरा पर विभाग के ही अफसर मेहरबान थे। सोहागपुर (नर्मदापुरम) के सैनी गांव में मेहरा के फार्म हाउस तक सड़क पहुंचाने के लिए इंजीनियरों ने सड़क का अलाइनमेंट बदल
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इस मामले में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी ने तीन इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया। इनमें नर्मदापुरम में पदस्थ तत्कालीन प्रभारी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय रायकवार, तत्कालीन सब इंजीनियर आरपी शर्मा, और तत्कालीन प्रभारी एसडीओ राजीव कुमार पाठक हैं।
संजय अभी बिल्डिंग सिवनी ऑफिस में असिस्टेंट इंजीनियर पद पर हैं। बाकी दोनों इंजीनियर नर्मदापुरम में तैनात हैं। तीनों को पीडब्ल्यूडी के जबलपुर संभाग ऑफिस में अटैच किया गया है। जांच में सामने आया कि एनडीबी योजनांतर्गत सेमरी हरचंद से गजनई तक बन रही सवा किमी लंबी सड़क में 350 मीटर का हिस्सा मेहरा के फार्म हाउस तक बनाया गया।
मेहरा से ही वसूली जाएगी इस सड़क की लागत
रिटायर चीफ इंजीनियर वीके अमर ने बताया कि निर्माण में लापरवाही बरतने वाले इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई के साथ खर्च की वसूली का भी प्रावधान है। ऐसे मामलों मेंसड़क से लाभ उठाने वालों से लागत की वसूली की जाती है। बता दें कि लोकायुक्त पुलिस की छापेमारी में मेहरा के 10 करोड़ रुपए से अधिक के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था।