खरगोन जिले के सतपुड़ा क्षेत्र में स्थित सिरवेल महादेव मंदिर तक पहुंचने का मार्ग जर्जर हालत में है। यहां पर्यटकों के लिए 5 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुलिया और अन्य सुविधाएं विकसित की गई हैं, लेकिन खराब सड़क के कारण श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भारी
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पीपलझोपा से सिरवेल तक की सड़क पर कई जगह बड़े गड्ढे हैं। सड़क के किनारे की पटरी या तो है नहीं, और जहां है भी, वह उखड़ी हुई है। वनक्षेत्र में स्थित इस महत्वपूर्ण मंदिर तक सड़क निर्माण की ओर किसी का ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
खराब रास्ते की वजह से श्रद्धालु परेशान सिरवेल महादेव मंदिर मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र सीमा से लगे शिव भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। सावन माह, महाशिवरात्रि और प्रत्येक सोमवार को सैकड़ों श्रद्धालु मुश्किलों का सामना करते हुए यहां पहुंचते हैं। इसके अतिरिक्त, दिसंबर से जनवरी तक कुंदा का प्राकृतिक झरना देखने भी पर्यटक आते हैं, लेकिन उन्हें खराब रास्तों का अनुभव लेकर लौटना पड़ता है।
रास्ते में कीचड़ और गड्ढों से होती है परेशानी श्रद्धालु दशरथ राठौड़ ने बताया कि सिरवेल मार्ग की हालत बेहद खराब है, जिससे भगवान के दर्शन से पहले ही सड़क पर एक कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पीपलझोपा से सिरवेल रोड पर आमने-सामने से वाहन आने पर नीचे उतारना खतरनाक हो जाता है। रास्ते में कीचड़ और गड्ढों में पानी भरा रहता है, जिससे दुर्घटना का डर बना रहता है। उन्होंने इस मार्ग को तत्काल सुधारने की मांग की।
