1 या 2 नहीं…कईं बार बदला जा चुका इंदौर का नाम, 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता पहले किस नाम से थी शहर की पहचान 

1 या 2 नहीं…कईं बार बदला जा चुका इंदौर का नाम, 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता पहले किस नाम से थी शहर की पहचान 


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Indore Name History: इंदौर का नाम शिव मंदिर इंद्रेश्वर महादेव से जुड़ा है, जानिए कैसे इंद्रपुर, इंदूर और ब्रिटिश शासन के दौरान इंदौर बना और शहर की ऐतिहासिक कहानी…

इंदौर को मध्य प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी कहा जाता है. यह शहर देश के प्रमुख शिक्षण केंद्रों में से एक बन गया है, जहां आईआईएम (IIM) और आईआईटी (IIT) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं. यह स्वच्छता में भी नंबर है, लेकिन इस शहर के नाम में भी दिलचस्प कहानी है.

indore different names

इंदौर का नाम मुख्य रूप से एक प्राचीन मंदिर के नाम पर पड़ा है।. इस शहर का नाम एक बार नहीं बल्कि अलग अलग समय में अनेकों बार बदला है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इंदौर शहर का नाम भगवान शिव से जुड़ा हुआ है,जिसे यहां के धन्ना सेठों ने दिया था.

Indore name

दरअसल इंदौर का नाम इंद्रेश्वर महादेव मंदिर से लिया गया है. इस मंदिर का निर्माण 1741 ईस्वी में स्थानीय ज़मींदारों द्वारा, विशेष रूप से राव नंदलाल चौधरी मंडलोई (जिन्हें शहर के संस्थापकों में से एक माना जाता है) के आग्रह पर, किया गया था.

Indore

इंदौर शहर में मौजूद इंद्रेश्वर मंदिर का निर्माण सरस्वती और कान्ह नदियों के संगम पर किया गया था. ऐसी मान्यता है कि इस क्षेत्र के देवता स्वयं देवराज इंद्र के नाम पर इस शिवालय का नाम इंद्रेश्वर पड़ा, और इसी मंदिर के नाम पर बस्ती का नाम रखा गया.

Indore City

समय‌ के साथ साथ इंदौर के कईं नाम प्रचलन में आए जिनमें इंद्रपुर, इंदूर और अब इंदौर है।. इंद्रपूर का जिक्र गुप्तकाल के अभिलेखों में भी मिलता है. इसे राष्ट्रकूट राजा इंद्र तृतीय के नाम पर रखा भी माना जाता है.

names of indore

इंद्रपूर से फिर हुआ इंदूर, एतिहासिक तथ्यों की माने तो यह नाम मराठा शासन काल के दौरान प्रचलन में आया.  यह इंद्रपूर का अपभ्रंश था। जब वर्तमान का नाम इंदौर ब्रिटिश शासन काल से चला आ रहा है।. ब्रिटिश अधिकारियों ने इंदूर को इंदौर किया और तब से ही इसका उच्चारण ऐसा होने लगा साथ ही प्रशासनिक कामों के लिए भी इसे इंदौर ही कहा जाने लगा।.

new name of indore

कईं संगठन समय‌ समय‌ पर इंदौर को फिर से इंदूर करने और इसका उच्चारण भी इंदूर करने के लिए आंदोलन कर चुके हैं बीच बीच में ऐसी मांग उठती भी रही है. लोगों का मानना है कि ये‌ ब्रिटिश पहचान का परिचायक है इसलिए पुन: इसे इंदूर किया जाना चाहिए.

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1 या 2 नहीं…कईं बार बदला इंदौर का नाम, 90 प्रतिशत को नहीं पता असली नाम



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