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Chhatarpur News: मुन्ना ने लोकल 18 से कहा कि हमने अपनी भैंस को ढूंढने की बहुत कोशिश की लेकिन हम असफल रहे. हमने भैंस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा है.
छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक ऐसा भी परिवार है, जिसकी खुशियां एक भैंस से जुड़ी थीं क्योंकि इसी भैंस से घर खर्च भी चलता था और यही भैंस बच्चों के खेलने का खिलौना भी थी लेकिन अब इस घर पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है. दरअसल छतरपुर जिले के रहने वाले मुन्ना, जिन्होंने अपनी भैंस को पाल-पोसकर बड़ा किया था, इसलिए यह भैंस परिवार में सबकी प्यारी थी. बच्चों के लिए तो यह खिलौना ही थी. ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता था, जिस दिन बच्चे भैंस के साथ खेलते न हों लेकिन आज बच्चों का यह खिलौना नहीं है.
भैंस को बताया परिवार का हिस्सा
उन्होंने आगे कहा कि यह भैंस हमारे लिए सिर्फ एक जानवर नहीं है बल्कि यह हमारे परिवार का एक हिस्सा है क्योंकि इसे हमने पाल-पोसकर बड़ा किया था और अब यह दूध देकर हमारे परिवार का पालन-पोषण कर रही थी लेकिन हमारा दुर्भाग्य देखिए कि यह भैंस आज हमारे घर में मौजूद नहीं है.
भैंस के लिए रोते हैं बच्चे
उन्होंने कहा कि यह भैंस हमने कहीं से खरीदी नहीं थी बल्कि घर में ही इसे छोटे से पाला था, इसलिए इसका सभी से लगाव हो गया था. यहां तक कि हमारे बच्चे इसके बिना रहते नहीं थे. दिनभर इसी के साथ खेलते रहते थे. अब वे भैंस के लिए रोते हैं.
भैंस पर रखा 10 हजार रुपये का इनाम
मुन्ना ने आगे कहा कि हमने भैंस को ढूंढने की बहुत कोशिश की लेकिन इसमें हम असफल हुए. अब थक-हार गए हैं, तो सभी से निवेदन करते हैं कि जिसे भी यह भैंस मिले, वो हमारी भैंस को लौटा दे और इसके बदले में हम उसे 10 हजार रुपये का इनाम देंगे और दुआएं भी देंगे.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
 
			 
			 
			