अफगानिस्तान को जिम्बाब्वे के खिलाफ इकलौते टेस्ट मैच में पारी से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद अफगानिस्तान पर ICC ने एक्शन लिया है. दरअसल, अफगानिस्तान टीम पर धीमी ओवर गति के चलते जुर्माना लगाया गया है. हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ पारी की हार के साथ अफगानिस्तान पर धीमी ओवर गति के लिए जुर्माना लगाया गया है. अफगानिस्तान पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगा है.
अफगानिस्तान टीम पर जुर्माना
आईसीसी के एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने निर्धारित समय में पांच ओवर कम फेंकने की वजह से अफगानिस्तान पर 25 प्रतिशत का जुर्माना लगाया. खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में अपनी टीम द्वारा फेंके गए प्रत्येक ओवर के लिए पांच प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है.
आईसीसी के बयान के अनुसार, ‘समय सीमा को ध्यान में रखते हुए अफगानिस्तान को निर्धारित समय में पांच ओवर कम फेंकने का दोषी पाया गया. अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में अपनी टीम द्वारा फेंके गए प्रत्येक ओवर के लिए पांच प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है.’ अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने अपराध की जिम्मेदारी स्वीकार की और प्रस्तावित दंड पर सहमति जताई, इस वजह से औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी.
जिम्बाब्वे ने 2013 के बाद पहली बार घर में जीता टेस्ट
मैदानी अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक और नितिन मेनन के आरोप को तीसरे अंपायर फोर्स्टर मुतिज्वा और चौथे अंपायर पर्सिवल सिजारा ने सही पाया. हरारे में अफगानिस्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. टीम को पारी और 73 रन से हार का सामना करना पड़ा. 2013 के बाद जिम्बाब्वे की अपने घर में यह पहली टेस्ट जीत थी. जिम्बाब्वे की जीत में बल्लेबाज बेन करेन की शतकीय पारी और रिचर्ड नगरावा की घातक गेंदबाजी की अहम भूमिका रही. यह जीत टेस्ट क्रिकेट में जिम्बाब्वे के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी.