विदिशा में वरिष्ठ अधिवक्ता विमल प्रकाश तरण पर हुए हमले को लेकर अधिवक्ता समुदाय में गहरा रोष है। इस घटना के विरोध में आज (सोमवार) अभिभाषक संघ के पदाधिकारी और सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) डॉ. प्रशांत चौबे को एक ज्ञापन
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अधिवक्ताओं ने ज्ञापन में कहा कि यह हमला केवल एक व्यक्तिगत घटना नहीं, बल्कि किसी साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है। उन्होंने आरोपी की कॉल डिटेल्स, घटनास्थल के पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच और घटना का वीडियो बनाने या वायरल करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि जांच में साजिश का खुलासा होता है, तो संघ सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ा आंदोलन करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी आरोपी किसी अधिवक्ता पर हमला करता है, तो विदिशा का कोई भी अधिवक्ता उसकी पैरवी नहीं करेगा। अधिवक्ताओं ने साजिशकर्ताओं के नाम उजागर करने की मांग करते हुए पुलिस की अक्षमता पर सड़कों पर उतरने की बात कही।
अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग अधिवक्ताओं ने शासन से लंबे समय से लंबित अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने का प्रस्ताव भेजने की भी मांग की, ताकि वकालत के पेशे को सुरक्षित रखा जा सके। कुछ वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई विधायक या जनप्रतिनिधि उनकी मांगों का समर्थन नहीं करता है, तो उनका विरोध किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। प्रशासन ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त, वीडियो बनाने और वायरल करने वालों की पहचान के लिए भी कार्रवाई जारी है। अतिरिक्त एसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही का भरोसा दिलाया।