Chhath Pooja 2025: छठ महापर्व का अनोखा रंग, तालों के शहर में डूबते सूरज को अर्घ्य देने उमड़ा भोपाल

Chhath Pooja 2025: छठ महापर्व का अनोखा रंग, तालों के शहर में डूबते सूरज को अर्घ्य देने उमड़ा भोपाल


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Bhopal Chhath Pooja: छठ महापर्व के तीसरे दिन राजधानी भोपाल के 52 घाटों में भक्तों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. इस दौरान भक्तों का तांता लगा रहा. इसी बीच एक सुंदर दृश्य दिखा, जहां एक अम्मा ने छठ माई से अनोखी विनती की, कैसे आऊँ रे कन्हाई तेरी गौकुल नगरी, बड़ी दूर नगरी’ भजन गाकर छठ महापर्व को और खास बना दिया, देखें छठ पूजा के खास रंग.

Bhopal: देशभर में छठ महापर्व की धूम के बीच पूजा के तीसरे दिन राजधानी भोपाल के 52 घाटों में खास इंतजाम किए गए थे. जहां बड़ी संख्या में भक्त तेज ठंडी हवाओं के बीच डूबते सूरज को अर्घ्य देने पहुंचे थे. जहां छठ महापर्व के कई रंग देखने को मिल रहे थे.

इसी बीच हमें खटलापुरा के छठ घाट पर कुछ ऐसा अनोखा दिखा. जो आस्था और भक्ति का एक अनूठा उदाहरण था. यहां एक अम्मा तालाब में दीपक छोड़ते हुए अपने मनमोहक भजनों से सबका ध्यान खींच लिया. देखिए छठ पूजा पर खास रिपोर्ट.

भोपाल में आस्था का दीपक और मनमोहक भजन
राजधानी भोपाल में साल दर साल छठ महापर्व की प्रसिद्धि बढ़ती जा रही है. जहां इस साल छठ पूजा को लेकर तीसरे दिन बड़ी संख्या में भक्तों का PHQ के पास खटलापुरा घाट पर हुजूम उमड़ा. इसी बीच हमें एक अनोखा दृश्य भी देखने को मिला. जहां एक अम्मा ने पूजा के बाद Local18 पर मनमोहक भजन गाते हुए दीप दान किया और वो रिपोर्टर को भी आशीर्वाद देती नजर आईं.

महापर्व पर अनोखी आस्था, भजन के साथ मांगा छठी माई से आशीर्वाद
भोपाल में हर साल की ही तरह इस साल भी छठ पूजा का पूरे शहर में ही उमंग दिख रहा है. जिस बीच Local18 को आस्था और विश्वास के इस अनूठे संगम छठ महापर्व पर एक अम्मा मिली. जिनकी अद्भुत भक्ति ने मनमोह लिया. उन्होंने छठी माई से सबके लिए आशीर्वाद मांगा और कहा कि, कल सुबह छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूरज को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन होगा.

छठ पूजा पर भजन से भक्ति का रंग
छठ पूजा के बीच ही भोपाल में इसके कई रंग देखने को मिल रहे हैं. ऐसा ही कुछ हमें छठ पूजा के तीसरे दिन देखने को मिला. जब एक अम्मा ने हमारे माइक पर ऐसा भजन गुनगुनाया. जिसमें भक्ति और शक्ति की एक अलग ही झलक दिखी और छठ महापर्व का महत्व भी झलका. ‘कैसे आऊँ रे कन्हाई तेरी गौकुल नगरी, बड़ी दूर नगरी. वो नगरी में जमना मईया, मेरे कान्हा को नहलाऊं’ भजन गाकर छठ महापर्व को और खास बना दिया.

हे छठी माई सबका ख्याल रखना
छठ पूजा के तीसरे दिन संध्याकाल में डूबते सूरज की पूजा का महत्व है. जिसको लेकर भोपाल में भी बड़े ही धूमधाम के साथ महापर्व मनाया गया. जहां पूजन के बाद हमारी नजर राजवती यादव पर गई. वो तालाब में दीप दान कर रही थी. जब हम उनके पास पहुंचे तो उन्होंने छठ माई से सबके लिए ही आशीर्वाद मांगा.

shweta singh

Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें

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छठ महापर्व का अनोखा रंग, तालों के शहर में डूबते सूरज को अर्घ्य देने उमड़े लोग



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