घर में रखें कौन सी मछलियां? एक्वेरियम का कैसे रखें ख्याल, सारे सवालों का जवाब

घर में रखें कौन सी मछलियां? एक्वेरियम का कैसे रखें ख्याल, सारे सवालों का जवाब


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Indore News: एक्वेरियम में रखने के लिए कुछ मछलियां सबसे बेहतर मानी जाती हैं. ये लंबे समय तक जीवित रहती हैं, साथ ही उन्हें शुभता का प्रतीक माना जाता है. गोल्ड फिश सौभाग्य और धन का प्रतीक है जबकि ब्लैक मॉली नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने में मददगार मानी जाती है. इसके अलावा छोटी रंग-बिरंगी मछलियां भी घर में पालने के लिए उपयुक्त रहती है‌.

इंदौर. अगर आपको मछलियां पालने का शौक है और घर में एक्वेरियम है, तो‌ यह आपके लिए समृद्धि और सफलता का रास्ता भी खोल सकता है लेकिन इसके साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि आप अपने एक्वेरियम में कौन सी मछलियां रख रहे हैं. मछलियों को कौन सा दाना खिला रहे हैं, साथ ही कैसे पानी में आपने उन्हें रखा हुआ है. घर में एक्वेरियम रखना केवल एक शौक नहीं है बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक भी माना जाता है. वास्तु और फेंगशुई के अनुसार, एक्वेरियम में मछलियों का निरंतर तैरना धन और समृद्धि के प्रवाह को आकर्षित करता है. इसके अलावा, मछलियों को देखने से तनाव कम होता है और यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मददगार हो सकता है, जिससे घर में खुशहाली और सद्भाव का माहौल बनता है.

एक्वेरियम में रखने के लिए कुछ मछलियां सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं. ये लंबे समय तक जीवित भी रहती हैं, साथ ही उन्हें शुभ भी माना जाता है. गोल्ड फिश सौभाग्य और धन का प्रतीक है जबकि ब्लैक मॉली नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करती है. इसके अलावा छोटी रंग-बिरंगी मछलियां भी उपयुक्त रहती है‌.

पूरे पानी को न बदलें
अगर आपके पास एक्वेरियम है, तो कुछ सावधानियां रखना भी आपके लिए जरुरी है. पानी को बदलने के दौरान पूरे पानी को एक साथ न बदलकर हर हफ्ते लगभग 25 से 30 फीसदी पानी बदलना मछलियों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. ऐसा पानी इस्तेमाल करें, जिसमें क्लोरीन की मात्रा कम हो. क्लोरीन मछलियों के लिए हानिकारक होता है‌. बासी पानी मछलियों के लिए बेस्ट होता है.

मछलियों के लिए आटा और ब्रेड हानिकारक
मछलियों को आटा और ब्रेड जैसे मानव भोजन नहीं खिलाना चाहिए. यह न केवल उनके पाचन तंत्र को खराब करता है बल्कि पानी को भी गंदा करता है. इसके बजाय मछलियों का दाना/फिश पैलेट्स खिला सकते हैं. टोयाबिट्स इसमें एक जाना-माना नाम है. ध्यान रखें कि मछलियों के मरने का एक प्रमुख कारण ओवरफीडिंग है. मछलियों को उतना ही खाना देना चाहिए, जितना वे 2 से 3 मिनट में खा सकें. ज्यादा दाना खाने से मछलियों को पेट फूलने, गैस ट्रबल और अजीर्ण जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे वे बीमार पड़ जाती हैं और इसी वजह से उनकी मौत होती है.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

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