नई दिल्ली. विदेशी सरजमीं पर एक और श्रृंखला जीतने की दहलीज पर खड़ी भारतीय टीम शनिवार को यहां पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपनी बल्लेबाजी की कमजोरियों को दूर कर ऑस्ट्रेलिया दौरे का अंत प्रभावशाली ढंग से करने की कोशिश करेगी. भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की अजेय बढ़त के साथ ऑस्ट्रेलिया में 17 साल से कोई टी20 श्रृंखला नहीं गंवाने का अपना रिकॉर्ड बरकरार रखा है. सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम इस दौरे का अंत जीत के साथ करने के लिए पूरा जोर लगायेगी.
मैच में सबसे ज्यादा नजरें शुभमन गिल और सूर्यकुमार की बल्लेबाजी पर होंगी, जबकि ऑस्ट्रेलिया अगले साल भारत और श्रीलंका में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले भारत की स्पिन चुनौती का डटकर सामना करना चाहेगा.भारतीय टीम ने पिछले मैच में बेहतर रणनीतिक सूझबूझ दिखाई थी और कैरारा की मुश्किल पिच पर बल्लेबाजों ने अच्छा तालमेल बिठाया था. गिल ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी जिससे भारत 14 ओवर में दो विकेट पर 121 रन के स्कोर के साथ मजबूत स्थिति में था उसके बाद टीम ने हालांकि इसके बाद 15 रन के अंदर चार विकेट गंवा दिये थे.
कप्तान-उपकप्तान छोड़ेंगे छाप
उपकप्तान गिल ने सात पारियों से अर्धशतक नहीं लगाया है लेकिन पिछले मैच में 46 रन के साथ उन्होंने ने लय में वापसी का संकेत दिया था. सूर्यकुमार ने श्रृंखला में कुछ शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन अपनी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में उन्हें संघर्ष करना पड़ा है. अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली श्रृंखला से पहले कप्तान से और अधिक आजादी के साथ बल्लेबाजी कर मिसाल कायम करने की उम्मीद होगी. तिलक वर्मा भी इस श्रृंखला में अभी तक अपनी लय नहीं पकड़ पाए हैं, उन्होंने अपने पिछले तीन मैचों में 0, 29 और पांच रन बनाए हैं. विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा पर भी दबाव होगा क्योंकि पिछले दो मैचों में उन्होंने अनुभवी संजू सैमसन पर तरजीह मिलने के बाद कोई ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ा है.
अभिषेक और निचला क्रम
अभिषेक शर्मा ने दुनिया के शीर्ष टी20 बल्लेबाज के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखते हुए एक तेज अर्धशतकीय पारी खेली और एक अन्य मैच में टीम को आक्रामक शुरुआत दिलाई।.भारत का निचला क्रम भी प्रभावी रहा है। अक्षर पटेल ने पिछले मैच में 11 गेंदों में नाबाद 21 रनों की पारी खेली थी. सातवें और आठवें नंबर पर हरफनमौला खिलाड़ियों की मौजूदगी ने टीम को मजबूती प्रदान की है. दुबे की 23 गेंदों में 49 रनों की पारी ने तीसरे टी20 को भारत के पक्ष में मोड़ दिया था वहीं चौथे मैच में वाशिंगटन के तीन रन पर तीन विकेट से भारत ने मुकाबला को जल्दी खत्म करने में सफल रही। दुबे ने इस मैच में भी 22 गेंदों में 18 रन भी बनाए और दो विकेट भी लिए.
फिरकी के हाथ में फैसला
पिछले टी20 मैच में बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलिया की कलई एक बार फिर खुल गयी थी. वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर ने मिलकर कैरारा ओवल में 10 ओवर से कम में छह विकेट लिए. अर्शदीप सिंह ने गेंदबाजी में एक बार फिर भारत के लिए अपनी उपयोगिता साबित की है, उन्होंने चार विकेट लिए हैं और जसप्रीत बुमराह के साथ नयी गेंद से प्रभावी जोड़ी बनाई है. कुलदीप यादव की अनुपस्थिति के बावजूद वरुण, अक्षर और वाशिंगटन की स्पिन तिकड़ी भारत की एक बड़ी ताकत रही है. शिवम दुबे और वाशिंगटन दोनों ने बल्ले और गेंद से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
मेजबान टीम की मुसीबत
टीम की बल्लेबाजी कप्तान मिचेल मार्श, मार्कस स्टोइनिस और टिम डेविड पर काफी हद तक निर्भर रही है. ट्रेविस हेड की अनुपस्थिति ने पिछले मैच में उन्हें काफी खली थी क्योंकि टीम को 168 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए 48 रन से हार का सामना करना पड़ा. हरफनमौला मैथ्यू शॉर्ट हेड की अनुपस्थिति में शीर्ष क्रम में प्रभावित करने का एक मौका गंवा दिया. वह शनिवार को अपनी गलतियों की भरपाई करने के लिए बेताब होंगे. जोश हेजलवुड के श्रृंखला से हटने के बाद घरेलू टीम के गेंदबाजी आक्रमण में पैनापन की कमी दिखी है. नाथन एलिस और एडम जम्पा ने ज्यादातर जिम्मेदारी संभाली है, लेकिन चौथे टी20 में बेन ड्वार्शिस को कोई विकेट नहीं मिला. मेजबान टीम आखिरी मैच में महली बियर्डमैन को पदार्पण का मौका देने पर विचार कर सकती है.
भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल (उपकप्तान), तिलक वर्मा, नितीश कुमार रेड्डी, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रिंकू सिंह, वॉशिंगटन सुंदर।
ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), मैथ्यू शॉर्ट, जोश इंग्लिस (विकेट कीपर), जोश फिलिप (विकेट कीपर), मिशेल ओवेन, ग्लेन मैक्सवेल, मैट कुहनेमन, एडम ज़म्पा, महली बियर्डमैन, बेन ड्वार्शिस, जेवियर बार्टलेट, नाथन एलिस, मार्कस स्टोइनिस।