भारतीय महिला टीम ने 2 नवंबर को फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को हराकर वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था. जीत का जश्न पूरे भारत में देखने को मिला और जब सभी प्लेयर्स घर पहुंचे तो होमटाउन में रंगारंग अंदाज में स्वागत हुआ. लेकिन भारत की चैंपियन क्रांति गौड़ के घर दोहरी खुशी देखने को मिलने वाली है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने क्रांति गौड़ के पिता मुन्ना सिंह गौड़ को पुलिस कांस्टेबल के पद पर फिर से बहाल किया जाएगा.
2012 में हुए थे बर्खास्त
क्रांति के पिता को 2012 में चुनाव ड्यूटी के दौरान कथित गलती के बाद बर्खास्त कर दिया गया था. यह घोषणा भोपाल में क्रांति के सम्मान समारोह के दौरान हुई. जहां मुख्यमंत्री ने देश और अपने राज्य का नाम रोशन करने के लिए इस गेंदबाज की तारीफ की. क्रांति ने TOI को एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता की बर्खास्तगी के बाद उनके परिवार को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने एक डिमांड सरकार से रख दी थी.
क्रांति ने की थी डिमांड
क्रांति चाहती हैं कि उनके पिता को एक बार फिर बहाल किया जाए और फिर उन्हें एक यादगार विदाई दी जाए. उन्होंने बताया था कि बर्खास्तगी के बाद परिवार को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी थी. क्रांति ने कहा, ‘कई दिन ऐसे थे जब हम एक टाइम का खाना भी नहीं खा पाते थे.’ उन्होंने आगे बताया कि परिवार अक्सर खाने के लिए पड़ोसियों पर निर्भर रहता था.
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मोहन यादव पूरी करेंगे डिमांड
सीएम मोहन यादव क्रांति की डिमांड पूरी करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने समारोह के दौरान कहा, ‘क्रांति ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है. यह सही है कि उनके पिता का सम्मान भी वापस दिलाया जाए.’ उन्होंने क्रांति के होमटाउन छतरपुर में स्थानीय एथलीटों को ट्रेनिंग देने और बढ़ावा देने के लिए एक वर्ल्ड-क्लास स्टेडियम बनाने की भी घोषणा की.