गेहूं की इस वैरायटी का बाल भी बांका नहीं कर पाएंगे आंधी-तूफान, 25 नवंबर से पहले बो लें ये फसल, पौष्टिकता से भरपूर

गेहूं की इस वैरायटी का बाल भी बांका नहीं कर पाएंगे आंधी-तूफान, 25 नवंबर से पहले बो लें ये फसल, पौष्टिकता से भरपूर


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Wheat Care Tips: कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा भी गेहूं पर लगातार रिसर्च की जा रही है. नई-नई वैरायटी ईजाद की जा रही है ताकि इससे उत्पादन अच्छा मिले और किसानों की आमदनी बढ़े. खासकर बायो फोर्टीफाइड वैरायटी में क्वालिटी और क्वांटिटी के साथ पोषक तत्व भी भरपूर पाए जाते हैं.

अनुज गौतम, सागर: आजकल कैश क्रॉप को बढ़ावा दिया जा रहा है. लेकिन हमारी पारंपरिक फसले भी उतनी ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यही कृषि का आधार है. जिनमें प्रमुख रूप से गेहूं की खेती शामिल है. यही वजह है कि कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा भी गेहूं पर लगातार रिसर्च की जा रही है नई-नई वैरायटी ईजाद की जा रही है ताकि इससे उत्पादन अच्छा मिले और किसानों की आमदनी बढ़े, खासकर बायो फोर्टीफाइड वैरायटी में क्वालिटी और क्वांटिटी के साथ पोषक तत्व भी भरपूर पाए जाते हैं, इन वैरायटी को भोजन में शामिल करने से हमारी आयरन जिंक जैसी कई बीमारियों की गोलियां बंद हो सकती हैं तो इनमें खेती करने के लिए नई वैरायटी कौन सी है आज कृषि वैज्ञानिक से जानेंगे.

सागर कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ वैज्ञानिक डॉक्टर ममता सिंह बताती हैं कि गेहूं की बुवाई के लिए 25 नवंबर तक का समय अच्छा माना जाता है. किसानों के द्वारा कई पुरानी वैरायटी का उपयोग किया जा रहा है लेकिन कई नई वैरायटी भी तैयार हुई है जो किसान जागरुक है उनको इसकी संबंध में जानकारी है. यह नई वैरायटी कम पानी में भी बेहतर और बंपर उत्पादन देती हैं उनमें HI 1650, HI 1655, HI1634, HI1636 इसके अलावा DBW 187, DBW 303, DBW 316, jW 513 हैं. जिनमें अच्छा उत्पादन मिल रहा है लेकिन इसमें DBW 303 ,DBW 316, jW 513, HI 1650 जैसी वैरायटी को बायो फोर्टीफाइड माना गया है. यह गेहूं वजनदार चमकदार होने के साथ प्रोटीन आयरन और जिंक से भरपूर होता है इनकी रोटियां भी काफी अच्छी मुलायम और नरम बनती हैं.

कृषी वैज्ञानिक डॉक्टर ममता सिंह बताती हैं कि प्रोटीन तो सभी गेहूं में पाया ही जाता है लेकिन नई वैरायटी जिंक और आयरन से भरपूर है. जिन लोगों को इन पोषक तत्वों की कमी से डॉक्टर के बताए अनुसार गोलियां खानी पड़ रही है, अभी अगर इस गेहूं का उपयोग करते हैं तो उनका खर्च बच जाएगा टैबलेट बंद हो जाएंगे और वही पौष्टिकता तो गेहूं से मिलने लगेगा.

अब गेहूं की बुवाई करने के लिए प्रति एकड़ 40 किलोग्राम बीज की जरूरत होगी, 25 नवंबर तक बड़े आराम से इसकी बुवाई कर सकते हैं. 1 मीटर लंबे पौधे होते हैं आंधी तूफान में भी इनका कुछ नहीं होता. प्रति हेक्टेयर 50- 55 क्विंटल तक का उत्पादन हर कीमत पर मिल जाता है. बुआई करते समय बीज उपचार करें, समय-समय पर आवश्यकता अनुसार उर्वरक दें.

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Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें

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