अशोकनगर जिले की चंदेरी में यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं के ब्लैक स्पॉट पर नागरिकों को जीवन रक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण उपाय बताए। लोगों को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) और बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) का प्रशिक्षण दिया गया।
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यातायात थाना प्रभारी स्नेहा ठाकुर ने बताया कि यह जागरूकता अभियान आसपास के निवासियों और सड़क पर आने-जाने वाले लोगों के लिए संचालित किया गया। प्रशिक्षण कौशिक महल सहित कई स्थानों पर आयोजित हुआ। चंदेरी सिविल अस्पताल के डॉक्टर अमन खान भी मौजूद रहे और उन्होंने प्रशिक्षण के महत्व पर जानकारी दी।
सड़क दुर्घटना में शुरुआती एक घंटा सबसे महत्वपूर्ण
प्रशिक्षण के दौरान गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने से पहले दी जा सकने वाली प्राथमिक जीवनरक्षक तकनीकों का अभ्यास कराया गया। लोगों को ‘गोल्डन आवर’ के बारे में बताया गया। समझाया गया कि गंभीर चोट के बाद शुरुआती एक घंटा सबसे महत्वपूर्ण होता है और समय पर चिकित्सा मिलने से जीवन बचने की संभावना सबसे अधिक होती है।
आम लोगों को सीपीआर और बीएलएस का प्रशिक्षण दिया गया।
घायल को अस्पताल पहुंचाने पर 25 हजार का पुरस्कार
प्रशिक्षण में राहवीर योजना की जानकारी भी दी गई। इस योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए नागरिकों को प्रेरित करना है। यदि कोई व्यक्ति गंभीर घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाता है, तो सरकार उसकी सराहना करते हुए 25 हजार रुपए का पुरस्कार देती है।
एसपी के निर्देश पर जागरूकता बढ़ाने की पहल
यातायात थाना प्रभारी स्नेहा ठाकुर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा के निर्देश पर लोगों को सड़क सुरक्षा और जीवनरक्षक उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। योजना का लक्ष्य अधिक लोगों को दुर्घटना पीड़ितों की तत्काल सहायता के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करना है।