धार जिले की दो दशक पुरानी लाबरिया से दसई तक की 23 किलोमीटर लंबी प्रधानमंत्री सड़क अब बदहाल हो गई है। कभी क्षेत्र की सबसे बड़ी पीएम सड़क मानी जाने वाली यह सड़क पिछले छह वर्षों में दो विभागों के बीच तीन हिस्सों में बंट जाने के कारण जर्जर अवस्था में पहु
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वर्तमान में इस सड़क के दो खंड लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधीन हैं, जबकि एक खंड प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आता है। बरमंडल से लाबरिया तक का लगभग 6 किलोमीटर का हिस्सा पीडब्ल्यूडी के पास है, जो सिंगल लेन होने के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
बरमंडल बस स्टैंड के पास स्थित लगभग 50 वर्ष पुरानी पुलिया भी गंभीर रूप से जर्जर हो चुकी है। पुलिया के नीचे के सरिए बाहर निकल आए हैं, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही के दौरान दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
बरमंडल और लाबरिया क्षेत्रों में बढ़ती आबादी के कारण सड़क किनारे बनी नालियों के अभाव में घरों का पानी सीधे सड़क पर बहता है। इससे कई स्थानों पर सड़क में गहरे गड्ढे हो गए हैं, जो ‘डेंजर जोन’ बन गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें दिनेश वागड़ी, संदीप और हितेश शामिल हैं, ने लाबरिया-बरमंडल मार्ग को जल्द से जल्द टू-लेन करने और नालियों के निर्माण की मांग की है।
सरदारपुर पीडब्ल्यूडी के एसडीओ एल.एन. राठौड़ ने बताया कि सड़क को टू-लेन में बदलने का प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को भेजा जा चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मंजूरी मिलते ही सड़क निर्माण और पुलिया की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।