Cameron Green: ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. मंगलवार (16 दिसंबर) को अबू धाबी में हुए आईपीएल 2026 ऑक्शन में कंगारू खिलाड़ी पर पैसों की बरसात हुई. कोलकाता नाइट राइडर्स ने कैमरून ग्रीन को 25.20 करोड़ की रिकॉर्डतोड़ बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया. इसके साथ ही ग्रीन आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए.
इस समय क्रिकेट की दुनिया में कैमरून ग्रीन और आईपीएल में उन्हें मिली 25.20 करोड़ रुपये की बात हो रही है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि वो एक समय पर जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे थे. जी हां, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कैमरून ग्रीन एक खतरनाक बीमारी से लड़कर बाहर निकले और उसके बाद क्रिकेट के मैदान पर धमाका किया.
इस खतरनाक बीमारी से लड़े कैमरून ग्रीन
ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ऑलराउंडर जन्म लेने के साथ ही खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं. कैमरून ग्रीन को क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) है, जिसका पता बचपन में ही लग गया था. वो इस बीमारी के साथ ही पैदा हुए थे और इस बारे में उन्होंने आईपीएल 2023 के दौरान RCB की तरफ से खेलते हुए खुलासा किया था.
कैमरून ग्रीन ने खुलासा किया कि वो जन्म से ही क्रॉनिक किडनी रोग से पीड़ित हैं, जो एक आजीवन और अपरिवर्तनीय स्थिति है जिसका पता उनकी मां के गर्भावस्था स्कैन के दौरान चला था. इतना ही नहीं डॉक्टरों ने भी ग्रीन के माता-पिता को चेतावनी दी थी कि वो शायद 10 साल से अधिक जीवित न रह पाए. 26 साल की उम्र में, ग्रीन के गुर्दे की कार्यक्षमता लगभग 60 प्रतिशत (चरण दो) है, जिसके लिए कड़ी निगरानी, आहार नियंत्रण और जीवनशैली प्रबंधन की आवश्यकता है.
बचपन से योद्धा रहे हैं कैमरून ग्रीन
बचपन से ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे कैमरून ग्रीन ना सिर्फ स्वस्थ्य रहने की कोशिश करते रहे, बल्कि क्रिकेट के मैदान पर भी शानदार प्रदर्शन कर बता दिया कि अगर आपके अंदर जज्बा और लड़ने की ताकत है तो आप किसी बीमारी को मात दे सकते हैं. बता दें कि इस स्थिति के कारण ग्रीन को ऐंठन होने की संभावना अधिक हो जाती है, जैसा कि सितंबर 2022 में केर्न्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वनडे मैच के दौरान देखा गया था, जहां उन्हें मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन का अनुभव हुआ था.
मेडिकल रिपोर्ट देख रोने लगी थी मां
कैमरून ग्रीन ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता उनके 10वें जन्मदिन पर बेहद खुश थे और राहत की सांस ली, क्योंकि वह एक स्वस्थ बच्चे थे. उस डरावने समय को याद करते हुए कैमरून ग्रीन ने बताया कि उनकी मां मेडिकल रिपोर्ट्स को देखकर अक्सर रोने लगती थी, क्योंकि इस भयंकर बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है.