रिश्वतखोरी में पकड़े गए कृषि उप संचालक हेडाऊ सस्पेंड: लाइसेंस बहाल करने व्यापारी से मांगे थे एक लाख रुपए – narmadapuram (hoshangabad) News

रिश्वतखोरी में पकड़े गए कृषि उप संचालक हेडाऊ सस्पेंड:  लाइसेंस बहाल करने व्यापारी से मांगे थे एक लाख रुपए – narmadapuram (hoshangabad) News


कृषि उप संचालक जेआर हेडाऊ को लोकायुक्त टीम ने 8 दिसम्बर को उनके चैम्बर में पकड़ा।

नर्मदापुरम में 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए कृषि विभाग के उप संचालक (डिप्टी डायरेक्टर) जे.आर. हेडाऊ को राज्य शासन ने निलंबित कर दिया है। निलंबन का आदेश कृषि मंत्रालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अवनीश मिश्रा ने जारी किया है, जो शुक्रवार दे

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आदेश में बताया गया है कि लोकायुक्त संगठन ने जे.आर. हेडाऊ को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य शासन ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

निलंबन अवधि के दौरान जे.आर. हेडाऊ का मुख्यालय संयुक्त संचालक, किसान कल्याण एवं कृषि विकास कार्यालय, शहडोल संभाग तय किया गया है। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।

लाइसेंस बहाल करने के बदले मांगी थी रिश्वत

यह कार्रवाई 8 दिसंबर को की गई थी। शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता, जो कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हैं, ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके भाई की खाद-बीज की दुकान का लाइसेंस तीन महीने पहले निलंबित कर दिया गया था।

लाइसेंस बहाल करने के बदले उप संचालक जे.आर. हेडाऊ ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बातचीत के बाद सौदा 50 हजार रुपए में तय हुआ और पहली किस्त के तौर पर 40 हजार रुपए देने पर सहमति बनी। इसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई।

पैसे लेकर खुद ड्रॉज में रखे 8 दिसंबर को जब शिकायतकर्ता 40 हजार रुपए लेकर उप संचालक के कार्यालय पहुंचा, तो हेडाऊ ने पैसे खुद न लेकर टेबल की दराज में रखवा दिए। जैसे ही शिकायतकर्ता बाहर निकला, लोकायुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई कर उप संचालक को रंगेहाथ पकड़ लिया।

इस मामले में लाइसेंस शाखा देखने वाले क्लर्क संजय साहू पर भी रिश्वत मांगने और सहयोग करने के आरोप लगाए गए हैं। लोकायुक्त मामले की जांच कर रही है।

कृषि उप संचालक जेआर हेडाऊ का निलंबन आदेश।

निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय संयुक्त संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, शहडोल संभाग शहडोल रहेगा। निलंबन अवधि में जेआर हेडाऊ को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी।

8 दिसम्बर को टीम ने कार्रवाई की।

8 दिसम्बर को टीम ने कार्रवाई की।

लाइसेंस बहाल के नाम पर मांगे थे एक लाख रुपए

कृषि विभाग से रिटायर्ड राजनारायण गुप्ता ने लोकायुक्त से उप संचालक हेडाऊ द्वारा रिश्वत में एक लाख रुपए लेने की शिकायत की थी। राजनारायण अपने भाई की खाद बीज की दुकान को देखते है। 3 महीने पहले उप संचालक जेआर हेडाऊ ने उनका लाइसेंस निलम्बित किया था। शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता ने कहा लाइसेंस बहाल करने के लिए उसे 2 महीने से परेशान किया जा रहा था।

एक लाख रुपए की डिमांड की। जिसे कम करते करते 50 हजार रुपए में फाइनल हुआ। पहले 40 हजार रुपए देने पर उन्हें राजी किया। जिसकी लोकायुक्त में शिकायत की थी। 8 दिसम्बर को जब वो रुपए लेकर पहुंचा तो उप संचालक हेडाऊ ने रुपए खुद झूलने के बदले चैंबर में टेबल के अंदर ड्राज में रख दिया। रुपए रखकर जैसे ही वो बाहर पहुंचा, तत्काल लोकायुक्त टीम अंदर चैंबर में पहुंची और उप संचालक जेआर हेडाऊ को पकड़ लिया। मामले में शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता ने लाइसेंस शाखा देखने वाले क्लर्क संजय साहू पर भी डिमांड करने और ध्यान रखने कहने जैसे आरोप लगाए थे।



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