हरदा में करणी सेना के 21 दिसंबर को होने वाले जनक्रांति आंदोलन से पहले शनिवार शाम को पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान 50 से अधिक वाहनों और एक हजार से अधिक पुलिस जवानों ने शहर में शांति बनाए रखने की अपील की।
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पुलिस कंट्रोल रूम से शुरू हुआ फ्लैग मार्च अंबेडकर चौक, तेजाजी चौक, काली मंदिर, परशुराम चौक होते हुए नई सब्जी मंडी से वापस कंट्रोल रूम पहुंचा। यह मार्च आगामी आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने और जनता में विश्वास जगाने के उद्देश्य से किया गया।
प्रदेशभर से करणी सैनिकों के आने की उम्मीद करणी सेना परिवार का जनक्रांति आंदोलन रविवार, 21 दिसंबर को शहर के नेहरू स्टेडियम में होगा। इसमें प्रदेशभर से हजारों करणी सैनिकों और राजपूत समाज के लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। आंदोलन की मुख्य मांग 12 और 13 जुलाई के लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई करना है, साथ ही 21 सूत्रीय अन्य मांगें भी रखी जाएंगी। करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर भी इसमें शामिल होंगे।
जिले की चारों सीमाओं पर बैरिकेडिंग आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिले की चारों सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई है और आंदोलन स्थल के आसपास के मार्गों का यातायात डायवर्ट किया गया है। खंडवा, बैतूल और नर्मदापुरम की ओर जाने वाले वाहन डायवर्ट मार्गों से गुजरेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 10 कंपनी सुरक्षा बल और तीन जिलों का फोर्स पांच लेयर में तैनात रहेगा।
कलेक्टर ने निगरानी के लिए 24 अधिकारियों और 48 पटवारियों की ड्यूटी लगाई है, जो 24 स्थानों पर निगरानी का काम करेंगे। इस बीच, उज्जैन जिले के महिदपुर से 11 करणी सैनिक 9 दिन में करीब 280 किलोमीटर पैदल चलकर शनिवार शाम को हरदा पहुंचे। उन्होंने गत 12-13 जुलाई को पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के लिए न्याय की मांग की।
सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई है। आसपास के मार्गों का यातायात डायवर्ट किया गया है।