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सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर शहर में पांच दिनी आयोजन होंगे। गुरुद्वारा दूध तलाई और गुरुद्वारा सुख सागर में 23 से 27 दिसंबर तक पर्व मनाया जाएगा।
समाज के संभागीय प्रवक्ता एसएस नारंग ने बताया कि इसी क्रम में पहली बार महिलाओं की गुरमत प्रतियोगिता का आयोजन 22 दिसंबर की दोपहर 3 बजे से गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा दूधतलाई में किया जाएगा। इसमें 35 से 60 आयु वर्ग की महिलाएं सहभागी बन सकेंगी। प्रतियोगिता के अंतर्गत गुरु और सिख इतिहास पर क्विज के अलावा चेयर रेस भी होगी। इसी तरह 23 और 24 दिसंबर को शाम 4 बजे से 12 साल तक के छोटे बच्चों के लिए गुरमत प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को इनाम दिया जाएगा।
गुरुद्वारा साहिब माता गुजरी की गीता कॉलोनी में चार साहबजादे माता गुजरीजी का दो दिवसीय शहीदी पर्व मनाया गया। गुरु तेग बहादुरजी की शहीदी पर्व एवं चारों साहबजादो के शहीदी पदों पर नन्हे मुन्ने बच्चों ने प्रदर्शनी लगाई और अपने हाथों से चित्र बनाए। बच्चों ने 20 और 21 दिसंबर को चित्र प्रदर्शनी लगाई। सेवक दीपक राजवानी ने बताया कि अतिथि निगम अध्यक्ष कलावती यादव, जोगेंद्र सिंघ डंग, नीटू वीर, पुरुषोत्तमसिंह चावला, इकबालसिंह गांधी थे। रविवार को अमनदीप सिंघ मंझ साहिबजी, बीबी कौलां वाले एवं सहयोगी द्वारा संगत को गुरुबाणी कीर्तन-कथा द्वारा निहाल किया।
गुरमत प्रतियोगिताएं सिख धर्म के पवित्र ग्रंथों, इतिहास, सिद्धांतों और सांस्कृतिक मूल्यों के ज्ञान को बढ़ावा देने और परीक्षण करने के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताएं हैं जो आमतौर पर बच्चों, युवाओं और वयस्कों के लिए विभिन्न स्तरों पर आयोजित की जाती हैं। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को सिख धर्म के प्रति अपनी समझ को गहरा करना है।