विराट बच्चों के साथ क्रिसमस ही नहीं मनाते… उनके फ्यूचर के लिए भी करते हैं काम, जानें कोहली के 6 सोशल वर्क

विराट बच्चों के साथ क्रिसमस ही नहीं मनाते… उनके फ्यूचर के लिए भी करते हैं काम, जानें कोहली के 6 सोशल वर्क


Virat Kohli Social Work: भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह बच्चों के साथ क्रिसमस मनाते हुए नजर आ रहे हैं. कोहली इसमें उन्हें गिफ्ट भी देते हुए नजर आ रहे हैं. क्रिसमस साल का वो समय होता है जब ऑफिस क्रिसमस सेलिब्रेशन में डूब जाता है. लगभग हर वर्कस्पेस में ‘सीक्रेट सांता’ एक बड़ा टॉकिंग पॉइंट होता है. कोहली ने भी एक बार इसमें हिस्सा लिया था और बच्चों को हैरान कर दिया था.

कोहली का पुराना वीडियो वायरल

कोहली ने अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकालकर कोलकाता में जरूरतमंद बच्चों से बात की थी, जहां वे सांता क्लॉज बनकर गए थे. विराट का यह वीडियो दिसंबर 2019 का है, जो फिर से वायरल हो रहा है. कोहली एक वीडियो देखते हुए दिख रहे हैं जिसमें कोलकाता के एक शेल्टर होम के बच्चों ने क्रिसमस के दौरान सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे अपने आइकॉन से मिलने की इच्छा जताई है. वीडियो में फिर कोहली को सांता क्लॉज के रूप में दिखाया गया, जो बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं और बाद में सभी को खुद को दिखाने के लिए अपनी नकली दाढ़ी उतार देते हैं.

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बच्चों के लिए कोहली ने क्या कहा था?

छोटे बच्चों का रिएक्शन बहुत बढ़िया था. वे कोहली की तरफ दौड़े और उनकी मौजूदगी के लिए उन्हें गले लगा लिया. यह कोई अनजान बात नहीं है कि भारतीय दिग्गज को बच्चे बहुत पसंद हैं. उन्होंने वीडियो में सभी के लिए एक मैसेज दिया था, ”ये पल मेरे लिए खास हैं. ये सभी बच्चे पूरे साल हमारे लिए चीयर करते हैं और मुझे इन सभी बच्चों को खुश करने में बहुत मजा आया. आप सभी को मेरी क्रिसमस और नया साल मुबारक हो.”

 

 

सोशल वर्क में आगे विराट

कोहली सिर्फ बच्चों के साथ क्रिसमस ही नहीं मनाते हैं, बल्कि उनके लिए कई काम करते हैं. यहां तक कि विराट समाज की अलग-अलग समस्याओं के लिए भी काम करते हैं. अगर आपको लगता है कि कोहली की महानता सिर्फ़ क्रिकेट तक ही सीमित है, तो यह सच नहीं है. मैदान के बाहर भी वह उतने ही शानदार हैं. वह अपने प्लेटफॉर्म और सफलता का इस्तेमाल समाज को ऐसे तरीकों से वापस देने के लिए कर रहे हैं जो सच में मायने रखते हैं.

हम आपको यहां कोहली के 6 सोशल वर्क के बारे में बता रहे हैं… 

1. बच्चों को पढ़ाई और भविष्य पाने में मदद करना

कोहली मौके की ताकत जानते हैं. इसीलिए उनका विराट कोहली फाउंडेशन (VKF) कई एनजीओ के साथ मिलकर काम करता है, ताकि जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाई, हेल्थकेयर और स्पोर्ट्स ट्रेनिंग मिल सके. वह सिर्फ डोनेट नहीं करते. वह युवाओं की जिंदगी को बेहतर बनाने में निजी तौर पर काम करते हैं. उनका फाउंडेशन युवा एथलीटों को स्कॉलरशिप देता है, ताकि यह पक्का हो सके कि टैलेंट सिर्फ इसलिए बर्बाद न हो क्योंकि कोई ट्रेनिंग का खर्च नहीं उठा सकता.

 

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2. मेंटल हेल्थ से जुड़ी गलत सोच को तोड़ना

बहुत से क्रिकेटर मेंटल हेल्थ के बारे में खुलकर बात नहीं करते, लेकिन कोहली शर्माने वालों में से नहीं हैं. उन्होंने एंग्जायटी से अपनी मुश्किलों, उम्मीदों के दबाव और सिर्फ़ शरीर का ही नहीं, बल्कि मन का भी ध्यान रखना कितना जरूरी है, इस बारे में बात की है. वह युवा एथलीटों और फैंस को मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अपनी आवाज का इस्तेमाल कर रहे हैं और भारतीय खेलों में बेहतर सपोर्ट सिस्टम के लिए जोर दे रहे हैं. उनका फाउंडेशन मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स के साथ भी मिलकर काम करता है, जिससे जरूरतमंद लोगों तक मदद आसानी से पहुंच सके.

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3.जरूरतमंदों को खाना खिलाना

कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा हमेशा जरूरत पड़ने पर आगे आए हैं. COVID-19 महामारी के दौरान, उन्होंने राहत के कामों के लिए करोड़ों रुपये दान किए, ताकि लोगों को खाना, मेडिकल सप्लाई और मदद मिल सके. उनकी कोशिशें यहीं नहीं रुकीं. कोहली ने फीडिंग इंडिया जैसे भूख मिटाने वाले कामों को सपोर्ट करना जारी रखा है, जो जरूरतमंदों को खाना देता है. उनका फाउंडेशन बच्चों और दिहाड़ी मजदूरों को खाना खिलाने का भी काम करता है, ताकि कोई भी भूखा न सोए.

4. जानवरों के लिए आवाज उठाना

कोहली सिर्फ क्रिकेट के ही दीवाने नहीं हैं, उन्हें जानवरों से भी प्यार है. वह जानवरों के अधिकारों के बारे में खुलकर बोलते रहे हैं. आवारा जानवरों को गोद लिया है और घायल या छोड़े गए जानवरों की देखभाल करने वाले शेल्टर को दान भी दिया है. 2023 में कोहली ने घायल जानवरों के मेडिकल इलाज और शेल्टर को स्पॉन्सर करने के लिए एक पहल शुरू की, ताकि यह पक्का हो सके कि उन्हें जिंदगी का दूसरा मौका मिले. वह पर्यावरणीय कैंपेन का भी हिस्सा रहे हैं, जिसमें पेड़ लगाने और प्लास्टिक कचरा कम करने जैसे कामों को सपोर्ट किया है.

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5. सीनियर सिटिजन्स की मदद करना

2016 में कोहली के फाउंडेशन ने पुणे के एक ओल्ड एज होम अभलमाया को सपोर्ट करने के लिए एक फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप की. इसमें 57 सीनियर सिटिजन्स रहते हैं. कोहली खुद वहां रहने वालों से मिले, जिससे अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले बुज़ुर्गों के समुदाय में खुशी और ध्यान आया. उनके शामिल होने से यह पक्का हुआ कि अभलमाया को अपना नेक काम जारी रखने के लिए जरूरी रिसोर्स मिले.

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6. क्रिकेट के अलावा युवा एथलीटों को आगे बढ़ाना

कोहली जानते हैं कि स्पोर्ट्स में बड़ा नाम कमाना कितना मुश्किल है. इसीलिए उनका विराट कोहली फाउंडेशन सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि दूसरे स्पोर्ट्स को भी सपोर्ट करता है. उन्होंने उभरते एथलीटों को स्पॉन्सर किया है. फाइनेंशियल मदद दी है, और उनके सपनों को पूरा करने में मदद के लिए ट्रेनिंग की जगहें बनाई हैं. उनके फाउंडेशन ने ओलंपिक एथलीटों के साथ भी काम किया है, यह पक्का करते हुए कि उनके पास सबसे ऊंचे लेवल पर मुकाबला करने के लिए रिसोर्स हों.





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