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Rewa Police: रीवा के अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल की पहल से थाना परिसर में बच्चों को शिक्षा, खेल और संस्कार सिखाए जा रहे हैं, जिससे पुलिस और समाज के बीच दूरी कम हो रही है. यहां खोला गया स्कूल अनोखा है. पूरे शहर में पुलिस के इस पहल की चर्चा है. जानें…
Rewa News: थाने का नाम सुनते ही दिमाग में सख्त पुलिस और अपराधियों की पूछताछ का दृश्य उभरता है, लेकिन रीवा का अमहिया थाना इस छवि को बदल रहा है. रीवा के अमहिया थाना परिसर में हर रोज एक अनोखा नजारा देखने को मिलता है. यहां बड़ी संख्या में बच्चे आते हैं और पढ़ाई करते हैं. थाने में रोजाना बच्चों के लिए शिक्षा, खेल और संस्कार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं. यह पहल थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल की ओर से कई गई है.
इसका उद्देश्य पुलिस और समाज के बीच दूरी को मिटाना है, ताकि बच्चे पुलिस को अपना मित्र मानें. इस दौरान बच्चों को अनुशासन, शिष्टाचार और देशभक्ति के साथ-साथ यह भी सिखाया जाता है कि समाज के जिम्मेदार नागरिक कैसे बनें. फिजिकल एक्टिविटी और मोटिवेशनल सत्र के जरिए बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाया जा रहा है. बच्चे भी इस पहल से बेहद खुश हैं और कहते हैं कि अब पुलिस अंकल उनके दोस्त हैं. बच्चों के लिए यहा तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
अंग्रेजी बोलने लगे बच्चे
रीवा के अमहिया थाने के थानेदार शिवा अग्रवाल ने बताया, आसपास के बच्चों को थाने बुलाकर उनको शिक्षित करा रहे हैं. साथ ही उनकी रुचि के अनुसार, उनके खेलने और पढ़ने का इंतजाम भी करा रहे हैं. उनकी मदद के लिए थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मी और आसपास के रहने वाले शिक्षक भी आगे आ रहे हैं. बच्चे अब फर्राटे से इंग्लिश बोलने लगे हैं. पूरे परिवार का परिचय अंग्रेजी में देने लगे हैं. Local18 की टीम जब थाना परिसर में पहुंची तो बच्चों ने बाकायदा ‘गुड मार्निंग मैम, गुड मार्निंग सर’ कहकर संबोधित किया.
पहले लगवाए थे 300 पेड़
बता दें कि अमहिया थाने के थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल इससे पहले जब गोविंदगढ़ में तैनात थे, तब उन्होंने थाना परिसर में लगभग 300 पेड़ लगवा दिए थे. वह अब पूरी तरीके से तैयार हो गए हैं. रीवा पहुंचने के बाद उन्होंने थाने के अंदर ही आंगन के परिसर को साफ करवाया और आसपास रहने वाले कमजोर तबके के बच्चों को एक-एक करके थाने में बुलवाना प्रारंभ किया.
पहले बच्चे डरे, पर अब…
थानेदार ने बताया, शुरू में बच्चे डरे, लेकिन धीरे-धीरे बच्चे थाना परिसर के अंदर आने लगे. जहां उन्हें खेलने के लिए सामान मिल रहा है. खाने के लिए चॉकलेट मिल रही है. वहीं, स्कूल में मिलने वाले होमवर्क को भी कराया जा रहा है. इसी के साथ उनको बेहतर तरीके से अपना परिचय देने के बारे में भी ट्रेंड किया जा रहा है.
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