प्रदेश में 10 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स का वन टाइम रजिस्ट्रेशन में KYC (केवाईसी) अपडेट नहीं हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग की जांच में इसका खुलासा हुआ है। ऐसे में एक से ज्यादा प्रोफाइल बनाए हुए है।
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इन कैंडिडेट को KYC के लिए आधार और जन आधार नंबर को OTR (वन टाइम रजिस्ट्रेशन) के स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल पर 7 जुलाई से आवेदन करना होगा। बिना अपग्रेडेशन के कोई भी कैंडिडेट अब किसी भी वैकेंसी में फॉर्म नहीं भर सकेगा।
बता दें कि वर्तमान में वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) में 69 लाख 58 हजार 433 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं। वन टाइम रजिस्ट्रेशन कराकर कैंडिडेट्स सभी एग्जाम में बिना फीस चुकाए शामिल हो सकता है।
RPSC सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि विभिन्न OTR प्रोफाइल की जांच में यह सामने आया है कि कई अभ्यर्थियों ने एक से अधिक प्रोफाइल विभिन्न SSO आईडी के माध्यम से बनाए हुए हैं।
RPSC सचिव ने दी जानकारी राजस्थान लोक सेवा आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया- वन टाइम रजिस्ट्रेशन कराने वाले 37 लाख 53 हजार 302 आधार नंबर द्वारा सत्यापित और जन आधार के माध्यम से सत्यापित 21 लाख 70 हजार 830 अभ्यर्थी ही हैं। शेष 10 लाख 34 हजार 301 अभ्यर्थियों ने एसएसओ आईडी के माध्यम से वन टाइम रजिस्ट्रेशन करवाया है।
एक से ज्यादा प्रोफाइल पर लगेगा अंकुश आरपीएससी की ओर से विभिन्न ओटीआर प्रोफाइल की जांच में यह सामने आया है कि कई अभ्यर्थियों द्वारा एक से अधिक प्रोफाइल विभिन्न एसएसओ आईडी के माध्यम से बनाए हुए हैं। ऐसे में दोहरीकरण को रोकने और अभ्यर्थी की पहचान सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि अभ्यर्थी एसएसओ आईडी द्वारा बनाए गए अपने ओटीआर प्रोफाइल को आधार अथवा जन आधार द्वारा ई-केवाईसी के माध्यम से सत्यापित करे।
इसलिए भी KYC जरूरी आयोग सचिव ने बताया कि कार्मिक विभाग द्वारा जारी 27 नवंबर 2024 के नोटिफिकेशन बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन को लेकर स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल के माध्यम से किसी भी भर्ती में आवेदन करने के लिए केवाईसी प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है। इसीलिए आयोग द्वारा 7 जुलाई 2025 से आधार/जन आधार के माध्यम से ओटीआर ई-केवाईसी करने का अवसर अभ्यर्थियों को दिया जा रहा है।

