धनौरा के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब जमीन पर नहीं बैठना पड़ेगा। स्थानीय दानदाताओं ने 86 सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 614 डेस्क-बेंच दान किए हैं। इससे 1228 बच्चों को सीधा लाभ मिलेगा।
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कलेक्टर संस्कृति जैन की पहल पर शुरू किए गए ‘गिफ्ट अ डेस्क’ अभियान के तहत यह उपलब्धि हासिल हुई है। धनौरा में आयोजित कार्यक्रम में शनिवार शाम 5 बजे कलेक्टर ने सभी दानदाताओं को धन्यवाद पत्र देकर सम्मानित किया।
कलेक्टर ने शिक्षा का महत्व बताया
कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा समाज निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। शिक्षित किसान उन्नत तकनीकों से बेहतर उत्पादन कर सकता है। शिक्षित मां अपने बच्चों की अच्छी देखभाल कर सकती है।
इस साल एडमिशन लेने वालों की संख्या बढ़ी
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेहतर माहौल में पढ़ाई की सुविधा देना और उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना है। पिछले साल की तुलना में इस साल सरकारी स्कूलों में 153 प्रतिशत ज्यादा प्रवेश हुए हैं।
कलेक्टर ने सभी दानदाताओं को धन्यवाद पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। धरती आबा अभियान के तहत चल रहे शिविरों की जानकारी भी नृत्य-नाटिका के माध्यम से दी गई।
कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष गुलाब सिंह भलावी, जिला पंचायत सदस्य घूरसिंह सल्लाम, पूर्व जनपद सदस्य नवल किशोर श्रीवास्तव और सरपंच दिनेश कुर्वेती समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मंच संचालन सचिव शमशेर खान और भूपेंद्र राजपूत ने किया।
