सागर में सांपों का कहर! 15 दिन में 5 मौतें, जान बचाने के लिए भूलकर भी न करें ये गलती,एक्सपर्ट से जानें बचाव

सागर में सांपों का कहर! 15 दिन में 5 मौतें, जान बचाने के लिए भूलकर भी न करें ये गलती,एक्सपर्ट से जानें बचाव


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Snake Bite Treatment: सागर जिले में मानसून के आते ही सांपों का खतरा बढ़ गया है. सांपों ने 15 दिनों में 40 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना लिया है, जिसको लेकर अलर्ट जारी है.

हाइलाइट्स

  • बरसात में सांप से बचने के उपाय
  • इलाज में देरी बन रही है मौत की वजह
  • सांप से बचना है तो पढ़िए ये रिपोर्ट
सागर. सागर में मानसून आने के बाद सांपों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. महज 15 दिनों में 40 से अधिक घटनाएं सर्पदंश कि सामने आ चुकी हैं, जिनमें पांच लोगों की दुखद मौत भी हो गई. हालांकि सर्पदंश के शिकार बन रहे लोगों की इलाज में लापरवाही भी सामने आ रही है, क्योंकि अधिकांश लोग झाड़ फूंक के चक्कर में समय गवा रहे हैं, जिसकी वजह से इलाज में देरी होती है और उनकी मौत हो जाती है.

बता दें कि सरकार ने इसी साल से सर्पदंश से होने वाली घटनाओं को आपदा घोषित किया है. इधर सागर में लगातार इस तरह की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन एक्टिव हो गया है और किस तरह इन घटनाओं से बचा जा सकता है कैसे समय पर अस्पताल पहुंचे इसको लेकर काम किया जा रहा है. साथ ही 3 स्नैक कैचर भी अधिकृत किए हैं जो बिलों से निकलने वाले सांपों को सुरक्षित पकड़ने साथ ही यह तीनों मास्टर ट्रेनर के रूप में दूसरे लोगों को भी इसकी ट्रेनिंग देंगे. सांप पकड़ने के लिए जिला और अन्य संसाधन जिला प्रशासन उपलब्ध करा रहा है.

जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल 200 मरीज पहुंचे थे, जिसमें 115 मामले जुलाई से अक्टूबर के बीच थे, तो वहीं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 500 प्रकरण आए थे, जिसमें 50 को वेंटिलेटर पर रखा गया. इस साल जहां जिला अस्पताल में 15 दिन में 10 बीएमसी में करीब 30 केस आ चुके हैं, जिसमें पांच मरीजों की मौत हो गई और यह आंकड़ा इससे अधिक भी हो सकता है.

जूलॉजी एक्सपर्ट Dr Manish Jain बताते हैं कि बरसात का मौसम शुरू होते ही सांप काटने की घटनाएं बढ़ने लगती है. बरसात में लोगों को सावधानी बार रखना चाहिए सांप या कोई अन्य जहरीला जीव जंतु काटता है, तो घरेलू उपचार या फिर झाड़ू के चक्कर में बिल्कुल भी न फंसे, क्योंकि पहले एक घंटा गोल्डन आवर माना जाता है इलाज शुरू होने पर जान बच सकती है. जहरीले सांप के काटने पर न्यूरोटॉक्सिक जहर अंगों को पैरालाइज्ड करने लगता है. ऐसे में वेंटिलेटर सपोर्ट से जान बचाई जा सकती है. अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम वैक्सीन उपलब्ध है.

एक बात का और ध्यान रखें कि अगर सांप काटे, तो उसकी पहचान कर लें, या उसकी फोटो खींच कर ले जाए तो डॉक्टर पहचान कर के उस हिसाब वैक्सीन लगाएगा जो इलाज में काफी फायदेमंद रहेगा. वहीं सागर कलेक्टर संदीप जी आर ने सभी से साधन सतर्क रहने की अपील की है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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