उज्जैन में घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और भीड़ को तितर-बितर किया. चश्मदीदों के अनुसार, जुलूस में शामिल कुछ लोगों के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिससे अफरातफरी मच गई. इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में हैं और CCTV फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. शहर में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और फ्लैग मार्च भी निकाला गया.
प्रशासन पहले से ही अलर्ट पर था, क्योंकि इस बार मोहर्रम सावन माह में पड़ने के चलते भीड़ ज्यादा होने की आशंका थी. राज्य सरकार के निर्देश पर कई जिलों में धारा 144 लागू की गई थी. गृह विभाग ने सभी जिलों को सतर्क रहने और सोशल मीडिया की सख्त मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं. किसी भी भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
उज्जैन में बवाल और लाठीचार्ज : फव्वारा चौक क्षेत्र में मोहर्रम जुलूस के दौरान भीड़ के बेकाबू होने पर माहौल बिगड़ा. पुलिस ने पहले समझाइश दी, लेकिन बात नहीं बनी तो हल्का बल प्रयोग किया. कुछ लोग घायल हुए. एसपी ने उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए. शहर में फ्लैग मार्च और अतिरिक्त बल की तैनाती की गई.
हरदा में पारंपरिक मातम जुलूस : शिया समुदाय ने पारंपरिक तरीके से सीनाजनी करते हुए जुलूस निकाला. प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए. स्थानीय लोगों ने यातायात व्यवस्था में सहयोग किया. मोहर्रम को लेकर श्रद्धा और अनुशासन दोनों देखने को मिले.
इंदौर में शांतिपूर्ण आयोजन, चाक-चौबंद सुरक्षा : मल्हारगंज, नंदानगर और छावनी में ताजिए निकाले गए. अलम और मातम कार्यक्रम भी हुए. प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों की निगरानी कर व्यवस्थाएं चुस्त रखीं. शांतिपूर्ण आयोजन से साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम हुई.