महाराष्ट्र सभी का है… भाषा के नाम पर तांडव नहीं चलेगा, सांसद पाटिल ने चेताया, शिवाजी की भूमि पर नफरत बर्दाश्त नहीं!

महाराष्ट्र सभी का है… भाषा के नाम पर तांडव नहीं चलेगा, सांसद पाटिल ने चेताया, शिवाजी की भूमि पर नफरत बर्दाश्त नहीं!


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Gyanendra Patil Statement on Maharashtra Controversy: खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने महाराष्ट्र में चल रहे मराठी भाषा विवाद पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सभी भारतीयों का है और भाषा के नाम पर…और पढ़ें

ज्ञानेश्वर पाटिल बयान

हाइलाइट्स

  • महाराष्ट्र सभी भारतीयों का है: सांसद पाटिल
  • भाषा के नाम पर तांडव बर्दाश्त नहीं: पाटिल
  • शिवाजी की भूमि पर नफरत बर्दाश्त नहीं: पाटिल

अमित जैसवाल/ खंडवा: महाराष्ट्र में हाल ही में भाषा के नाम पर उपजे विवादों पर खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि महाराष्ट्र किसी की व्यक्तिगत जागीर नहीं है, बल्कि ये राज्य सभी भारतीयों का है उत्तर से लेकर दक्षिण तक, हर नागरिक का.

सांसद पाटिल ने कहा कि भाषा या धर्म के नाम पर तांडव मचाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. महाराष्ट्र की माटी में छत्रपति शिवाजी महाराज की भावना बसती है, जिन्होंने सभी धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों का समान सम्मान किया.

यह बयान उस समय आया है जब हाल ही में कुछ तथाकथित मराठी नेताओं द्वारा उत्तर भारतीयों के खिलाफ टिप्पणी और घटनाएं सामने आईं थीं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद ने इसे “बहुत निंदनीय” करार दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार, विशेषकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में, राज्य में सभी वर्गों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित कर रही है.

जो लोग महाराष्ट्र को केवल मराठी मानुष तक सीमित करने की कोशिश कर रहे हैं, वे न सिर्फ संविधान के खिलाफ जा रहे हैं, बल्कि शिवाजी महाराज की सोच का भी अपमान कर रहे हैं,” .

मोहर्रम के दौरान जगह-जगह हुए घटनाक्रमों पर भी सांसद ने सख्त प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति हर धर्म और हर पर्व का सम्मान करती है, लेकिन अगर कोई धार्मिक भावनाएं आहत करेगा या झंडे जलाएगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.

यहां रहना है तो शांति से रहो. किसी की भावना को ठेस पहुँचाओगे तो छोड़ा नहीं जाएगा,”… यह बयान साफ दर्शाता है कि सांसद समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने को सर्वोपरि मानते हैं.

सांसद पाटिल ने दो टूक कहा कि किसी भी कीमत पर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश नहीं चलने दी जाएगी. चाहे वह किसी भी क्षेत्र, धर्म या भाषा से संबंधित क्यों न हो.

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