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Rudraksha in Sawan 2025: रुद्राक्ष धारण करने का सबसे सही समय प्रातःकाल होता है. धारण करते समय सफेद रंग के या हल्के रंग के वस्त्र पहनें. सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक होता है. रुद्राक्ष पहनने के बाद नियमि…और पढ़ें
आचार्य आनंद भारद्वाज ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि सावन के पहले सोमवार यानी 14 जुलाई को आयुष्मान और सौभाग्य योग के साथ कई शुभ योग बन रहे हैं. इस शुभ दिन रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना के साथ रुद्राक्ष धारण करने से विशेष फल प्राप्त होता है. वहीं सावन के सोमवार को रुद्राक्ष धारण करना विशेष रूप से फलदायी होता है. सोमवार भगवान शिव का दिन माना जाता है और इस दिन रुद्राक्ष धारण करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है.
कब धारण करें रुद्राक्ष?
उन्होंने कहा कि रुद्राक्ष धारण करने का सर्वश्रेष्ठ समय प्रातःकाल होता है. इस समय वातावरण शुद्ध और शांत होता है, जिससे रुद्राक्ष की ऊर्जा को आसानी से अवशोषित किया जा सकता है. इसको शुभ मुहूर्त में धारण करने से कई शुभ फलों की प्राप्ति होती है. रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसे पवित्र जल या गंगाजल से अच्छी तरह धोना चाहिए. इसके बाद भगवान शिव की पूजा और मंत्रोच्चार के साथ इसे धारण करना चाहिए. रुद्राक्ष धारण करते समय ॐ नमः शिवाय या ॐ ह्रौं नमः मंत्र का उच्चारण करें. यह मंत्र भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है.
उन्होंने आगे कहा कि रुद्राक्ष धारण करते समय सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें. सफेद रंग पवित्रता और शांति का प्रतीक माना जाता है. रुद्राक्ष धारण करने के बाद नियमित रूप से ध्यान और साधना करें. इससे रुद्राक्ष की ऊर्जा का पूरा लाभ प्राप्त होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है. रुद्राक्ष धारण करने वालों को शुद्ध आहार और आचार का पालन करना चाहिए. तामसिक भोजन और गलत कार्यों से बचना चाहिए. रुद्राक्ष कई मुखी होता है और हर एक का अलग-अलग महत्व होता है. सही प्रकार और संख्या का रुद्राक्ष धारण करने के लिए किसी योग्य गुरु या विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए.
सावन में रुद्राक्ष धारण करते समय विशेष धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करें. शिवलिंग का जलाभिषेक, बेलपत्र अर्पण और शिव चालीसा का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.