नरसिंहपुर में देर शाम तेज बारिश: हवा चलने से बिजली बंद, 1 जून से अब तक 29.20 इंच पानी गिरा – Narsinghpur News

नरसिंहपुर में देर शाम तेज बारिश:  हवा चलने से बिजली बंद, 1 जून से अब तक 29.20 इंच पानी गिरा – Narsinghpur News


नरसिंहपुर जिले में सोमवार शाम को मौसम ने अचानक करवट बदली और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। सालीचौका नगर सहित कई क्षेत्रों में मात्र आधे घंटे के भीतर ही सड़कों पर जलभराव हो गया। बारिश का पानी दुकानों और घरों के अंदर तक पहुंच गया।

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तेज हवा के कारण कई इलाकों में बिजली सप्लाई ठप हो गई। इससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सालीचौका में लगभग एक घंटे तक जारी रही भारी बारिश ने नगर की पानी निकलने की व्यवस्था की कमियां उजागर कर दीं। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी शाम से देर रात तक तेज बारिश होती रही।

बारिश का पानी दुकानों में घुसा है।

24 घंटे में कहां कितना पानी गिरा

1 जून से 27 जुलाई तक नरसिंहपुर जिले में औसतन 741 मिमी (29.20 इंच) वर्षा दर्ज की गई है। 27 जुलाई की सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 28.8 मिमी (1.13 इंच) वर्षा हुई।

तहसीलवार आंकड़ों के अनुसार, नरसिंहपुर में 39 मिमी, गाडरवारा में 47 मिमी, गोटेगांव में 8 मिमी, करेली में 12 मिमी और तेंदूखेड़ा में 38 मिमी वर्षा हुई। अब तक सबसे अधिक वर्षा गाडरवारा तहसील में 941 मिमी दर्ज की गई है। सबसे कम वर्षा गोटेगांव में 655 मिमी रही है।

पिछले वर्ष इसी अवधि में जिले में औसतन सिर्फ 432 मिमी (17.03 इंच) वर्षा हुई थी। इस वर्ष जिले में औसतन लगभग 12 इंच (300 मिमी) अधिक वर्षा दर्ज की गई है। तहसीलवार आंकड़ों की बात करें तो सभी क्षेत्रों में वर्षा में वृद्धि देखने को मिली है।

अभी तक इस वर्ष लगभग 28.2 इंच पानी गिरा

नरसिंहपुर तहसील में इस वर्ष लगभग 28.2 इंच (716 मिमी) वर्षा हुई, जबकि पिछले वर्ष यह मात्र 16.5 इंच (420 मिमी) थी। गाडरवारा में वर्षा 20 इंच (508 मिमी) से बढ़कर 37 इंच (941 मिमी) तक पहुंच गई। गोटेगांव में पिछले वर्ष की 20.9 इंच (532 मिमी) की तुलना में इस बार 25.8 इंच (655 मिमी) वर्षा दर्ज की गई।

करेली में 11.6 इंच (295 मिमी) से बढ़कर 25.6 इंच (650 मिमी) और तेंदूखेड़ा में 16 इंच (408 मिमी) की तुलना में 29.4 इंच (747 मिमी) वर्षा दर्ज की गई। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि जिले में इस वर्ष अब तक औसत से कहीं अधिक वर्षा हुई है, जिससे किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है।



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