खेतीबाड़ी नहीं बागवानी ने बदली किस्मत, अब हर बीघा में 70 हजार का मुनाफा

खेतीबाड़ी नहीं बागवानी ने बदली किस्मत, अब हर बीघा में 70 हजार का मुनाफा


Last Updated:

Agriculture News: बीज लगाने के तीन साल बाद पेड़ फल देना शुरू कर देता है. एक बार बगीचा तैयार हो जाए, तो कई साल तक कमाई होती रहती है. आमतौर पर मई-जून महीने में फूल लगते हैं और दीवाली के बाद फल पकने लगते हैं. एक म…और पढ़ें

खरगोन. मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में खेती की तस्वीर धीरे-धीरे बदल रही है. अब किसान पारंपरिक फसलों की जगह बागवानी और नकदी फसलों की ओर बढ़ रहे हैं. खरगोन जिले के किसान विष्णु पाटीदार भी इन्हीं में से एक हैं. पहले गेहूं, चना, कपास और गन्ने जैसी फसलों से उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं मिल रहा था लेकिन जब उन्होंने सीताफल (शरीफा) का बगीचा लगाया, तो मानो किस्मत ही बदल गई. आज उनके खेत से हर साल लाखों की आमदनी हो रही है और वह दूसरों काश्तकारों के लिए मिसाल बन गए हैं.

किसान विष्णु पाटीदार लोकल 18 को बताते हैं कि उन्होंने लंबे समय तक पारंपरिक फसलों की खेती की लेकिन इन फसलों में लागत ज्यादा और मुनाफा कम था. कपास और गन्ना जैसी फसलें काफी मेहनत मांगती हैं और मौसम की मार पड़ जाए, तो पूरी फसल चौपट हो जाती है. ऐसे में नुकसान उठाना आम बात थी. इसके बाद उन्होंने खेती में बदलाव का मन बनाया और बागवानी में हाथ आजमाया.

Agriculture: खास है ये परवल की वैरायटी! शानदार पैदावार के साथ होगा बंपर मुनाफा, जानें लगाने की विधि

तीन एकड़ में लगाया सीताफल का बगीचा
उन्होंने बताया कि करीब 14 साल पहले तीन एकड़ खेत में सीताफल की बागवानी शुरू की. सीताफल ऐसी फसल है, जिस पर न तो ज्यादा मेहनत लगती है और न ही ज्यादा पानी चाहिए. गर्मियों में सिर्फ एक-दो बार सिंचाई करनी पड़ती है. खास बात यह है कि यह फसल आंधी, बारिश और मौसम के अन्य उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होती. एक बार लगाने के बाद कई वर्षों तक फल मिलता रहता है.

पेड़ तीन साल में देने लगते फल
उन्होंने बताया कि बीज लगाने के तीन साल बाद सीताफल के पेड़ फल देना शुरू कर देते हैं. एक बार बगीचा तैयार हो जाए, तो कई वर्षों तक इससे कमाई होती रहती है. पहले तीन साल और बाद में भी जब तक पेड़ पूरी तरह फैले नहीं, तब तक खेत में खाली जगह में दूसरी फसलें ली जा सकती हैं. इससे अतिरिक्त आमदनी भी हो जाती है. अभी बारिश के मौसम में वह अपने पुराने बगीचे को उखाड़ नया बगीचा लगा रहे हैं.

एक बीघा में 70 हजार रुपये का मुनाफा
विष्णु पाटीदार ने आगे बताया कि बारिश का मौसम बागवानी के लिए बेहतर समय होता है. तीन साल बाद सीताफल के पेड़ों पर फल आना प्रारंभ हो जाते हैं. आमतौर पर मई-जून में फूल लगते हैं और दीवाली के बाद फल पकने लगते हैं. एक महीने तक फल आते हैं और बाजार में इनकी अच्छी मांग रहती है. एक बीघा में करीब 70 हजार रुपये तक का मुनाफा हो जाता है. इस हिसाब से तीन एकड़ (करीब साढ़े 4 बीघा) में हर साल तीन लाख रुपये से ज्यादा कमाई होती है.

homeagriculture

खेतीबाड़ी नहीं बागवानी ने बदली किस्मत, अब हर बीघा में 70 हजार का मुनाफा



Source link