इंदौर की वोटर लिस्ट में भी नामों की गड़बड़ी सामने आई है। राऊ विधानसभा की वोटर लिस्ट में अंकित पिता राजेंद्र नाम के आठ वोटर मिले हैं। अंकित पिता सुनील तीन, अंकित चौधरी चार, अंकित राधेश्याम चौधरी 2, अंकित सुभाष दो तथा अंकित जगदीश नाम से चार वोटर दर्ज हैं
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इनके मतदाता सूची में क्रम अलग है, जिससे बूथ लेवल ऑफिसर पकड़ नहीं पाते, क्योंकि वार्ड और काॅलोनी अलग है। कोई नाम शहरी वार्ड में तो कोई ग्रामीण में। गड़बड़ सिर्फ डुप्लीकेट नाम में नहीं, डुप्लीकेट आईडी की है। गौतम पिता हीरालाल के नाम से एक आईडी देवगुराड़िया की तो दूसरी विराज शांतिकुंज काॅलोनी के नाम से है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता निर्मल कासलीवाल का दावा है कि राऊ में 10 हजार से ज्यादा गड़बड़ियां हैं। डुप्लीकेट वोटर आईडी के भी 26 मामले मिले हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को 2023 में इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। इधर, निर्वाचन पर्यवेक्षक अंतिम दुबे का कहना है, मतदाता सूची के पुनरीक्षण में डबल इंट्री, आईडी या डुप्लीकेट वोटर के नाम हटाए जाते हैं। तीन माह पहले ऐसे 507 नाम हटाए गए थे।
साल 2020 में पूर्व पार्षद दिलीप कौशल की शिकायत पर निर्वाचन कार्यालय ने जो जवाब दिया था, उसके मुताबिक 2020 के पुनरीक्षण कार्यक्रम में नगर निगम की मतदाता सूची में से गैर निवासरत 2 लाख, 10 हजार, 576 मतदाताओं के नाम हटाए गए थे।