छिंदवाड़ा में शनिवार की देर शाम तेज बारिश के बीच यातायात थाने के सामने सड़क हादसा हो गया। इमलीखेड़ा निवासी 38 वर्षीय राजू माहोरे अपनी इलेक्ट्रिक टाटा पंच कार से रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे। तभी थाने के आगे सिग्नल पार करने के तुरंत बाद अचानक उनकी कार
.
हादसे के बाद क्षतिग्रस्त कार
कोई चोट नहीं आई घटना के प्रत्यक्षदर्शी सौरभ गुप्ता ने बताया कि हादसा होते ही सड़क पर चल रहे लोग भी घबरा गए। बारिश लगातार हो रही थी और सड़क पर पानी जमा होने से कार अनियंत्रित होकर सीधे डिवाइडर से भिड़ गई। इस दौरान कार में चालक अकेला ही था। गनीमत यह रही कि राजू माहोरे को कोई चोट नहीं आई और वह पूरी तरह सुरक्षित रहे।
हादसे की जानकारी मिलते ही यातायात पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद कार को साइड में लगवाया और जाम की स्थिति को सामान्य किया। लगभग आधे घंटे तक बाजार क्षेत्र का यातायात प्रभावित रहा।

रिफ्लेक्टर की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, इस वजह से भी हादसा हुआ।
चालकों के लिए खतरा बने डिवाइडर इस घटना ने एक बार फिर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल शहर के कई हिस्सों में डिवाइडर चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं। इन डिवाइडरों पर न तो कोई चेतावनी संकेत लगाए गए हैं और न ही रेडियम शीट्स या रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं। ऐसे में बारिश या अंधेरे के समय यह डिवाइडर साफ दिखाई नहीं देते और तेज रफ्तार वाहन सीधे टकरा जाते हैं। विगत तीन दिनों में ही शहर में इस तरह के दो हादसे हो चुके हैं जिनका कारण डिवाइडर ही रहा है।
रेडियम पट्टियां लगवानी चाहिए स्थानीय नागरिक शादाब अली का कहना है कि नगर निगम और यातायात विभाग को जल्द ही ऐसे डिवाइडरों पर चिन्हांकन और रेडियम पट्टियां लगवानी चाहिए ताकि वाहन चालकों को समय रहते सतर्क किया जा सके। यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हादसों की संख्या और बढ़ सकती है।