नई दिल्ली. कोरोना काल में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आयोजन ने जहां भविष्य के लिए खेल जगत को उम्मीद की किरण दिखाई हैं, वहीं खिलाड़ियों के लिए नए तरह के प्रतिबंधों से जूझने और एक सीमित दायरे में अपनी दो महीने की जिंदगी को समेटने की चुनौती खड़ी की है. लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) के धुरंधर ओपनिंग बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (Mayank Aggarwal) इसे भी सकारात्मक तरीके से ले रहे हैं. मयंक को जैव सुरक्षित माहौल के कड़े दिशानिर्देशों का पालन करने में कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने साथी क्रिकेटरों को भी यही सलाह दी है कि कोरोना पॉजिटिव होकर आईपीएल में नहीं खेलने से ज्यादा बेहतर है कि बीसीसीआई की तरफ से तय किए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन किया जाए.
प्रोफेशनल खेल से जुड़े लोगों के लिए नहीं मुश्किल
यूएई आने के बाद मयंक समेत टीम के सभी खिलाड़ी छह दिनों तक क्वारंटीन में थे. इस दौरान जांच में तीन बार निगेटिव आने के बाद उन्हें जैव-सुरक्षित माहौल में बाहर मैदान में आने की अनुमति मिली. आईपीएल-13 के दौरान खिलाड़ियों और अधिकारियों को जैव सुरक्षित वतावरण से बाहर किसी से मिलने की अनुमति नहीं होगी. ऐसा करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. अग्रवाल ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि आईपीएल हो रहा है, यह कुछ ऐसा है जो कुछ महीने पहले संभव नहीं था. उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति जो पेशेवर खेल से जुड़ा है, मानसिक रूप से कई मायनों में मजबूत होता है. मुझे लगता है कि हम में से अधिकांश इससे निपटने में सक्षम होंगे.”
लॉकडाउन के बाद नेट वापसी को लेकर नहीं थे चिंता में
मयंक ने कहा कि उन्हें लॉकडाउन के दौरान बल्लेबाजी से दूर रहने के चलते नेट पर वापसी को लेकर कोई चिंता नहीं थी. उन्होंने दुबई से पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, “मुझे इस तरह की कोई आशंका नहीं थी. जब मैं अभ्यास करने गया तो मैंने अपने आप से काफी उम्मीदें नहीं रखीं थी. मैं वहां से वापसी की कोशिश करने के बारे में अधिक सोच रहा था जहां मैंने छोड़ा था. मैंने पहले तीन-चार नेट सत्र में खुद को आंकने की कोशिश नहीं की.” बता दें कि इससे पहले मयंक की आईपीएल टीम के कप्तान केएल राहुल (KL Rahul) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challangers Banglore) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने पांच महीने के ब्रेक के बाद नेट्स में वापसी की आशंकाओं के बारे में बात की थी, जो शायद उनके करियर में सबसे लंबे समय के बाद वापसी की तरह है.
धीरे-धीरे हो रहे हैं यूएई की गर्मी के आदी
29 साल के मयंक ने भी माना कि यूएई की गर्मी से जूझना बड़ी चुनौती है, लेकिन वे धीरे-धीरे इसके आदी हो रहे हैं. इस खिलाड़ी ने कहा कि कोच अनिल कुंबले आगामी सीजन के लिए धीरे-धीरे ट्रेनिंग की तीव्रता बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा, “शारीरिक रूप से मैंने वापसी कर ली है, लेकिन अभी कौशल बढ़ाने में कुछ और सत्र लगेंगे. यह सिर्फ आपकी बल्लेबाजी की लय वापस पाने के बारे में है और चीजें फिर से ठीक होने लगेंगी. यहां काफी गर्मी है, ऐसे में यहां के मौसम से सामंजस्य बैठाने के लिए मैं ऐसे समय में अभ्यास कर रहा हूं, जब गर्मी ज्यादा होती है.’
ध्यान करने से मिली बहुत मदद
मयंक अग्रवाल पिछले कई साल से नियमित तौर पर विपश्यना (ध्यान) का अभ्यास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें लॉकडाउन में मनसिक रूप से शांत रहने में मदद मिली. उन्होंने कहा, ‘हां, इससे मदद मिली. मैं लॉकडाउन के दौरान ‘ध्यान लगाने’ में सामान्य से अधिक समय दे रहा था. यह आपको मानसिक तौर पर शांत रहने में मदद करता है. मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह है कि हमारे पास टूर्नामेंट खेलने का एक अवसर है, जिससे बढ़कर कुछ भी नहीं.’
राहुल की कप्तानी से हैं खुश
मयंक अग्रवाल ने अपनी टीम के नए कप्तान केएल राहुल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें सभी खिलाड़ियों का समर्थन मिल रहा है. मयंक और राहुल घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक टीम के पुराने साथी हैं और लंबे समय से एक साथ खेल रहे हैं. उन्होंने कहा, “इस साल हमारे पास शानदार टीम है. यह उनके (राहुल) लिए एक अलग अनुभव होने वाला है, जो पहली बार आईपीएल फ्रेंचाइजी का नेतृत्व कर रहे हैं. मुझे बहुत खुशी है कि उन्हें अनिल भाई (कुंबले), क्रिस (गेल) और मैक्सी (ग्लेन मैक्सवेल) के अनुभव से फायदा होगा.”