11-सिंतबर को स्टेट वाइल्ड-लाइफ बोर्ड की बैठक में उठेगा मुद्दा: दुर्गावती में 2 साल, रातापानी में 8 माह बाद भी फील्ड डायरेक्टर नहीं – Bhopal News

11-सिंतबर को स्टेट वाइल्ड-लाइफ बोर्ड की बैठक में उठेगा मुद्दा:  दुर्गावती में 2 साल, रातापानी में 8 माह बाद भी फील्ड डायरेक्टर नहीं – Bhopal News


रातापानी (डॉ. विष्णु वाकरणकर) टाइगर रिजर्व बने 8 माह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन अब तक यहां न तो फील्ड डायरेक्टर की नियुक्ति हो सकी है, न ही यह तय हो सका है कि इस टाइगर रिजर्व का मुख्यालय कहां होगा। यही हाल सागर-दमोह के जंगलों में बनाए गए रानी

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इसका गठन 20 सितंबर 2023 को किया गया था। लेकिन लगभग दो साल बीतने के बावजूद यहां भी अब तक फील्ड डायरेक्टर की नियुक्ति नहीं की गई है।

वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि अभी तक वन विभाग ने इन दोनों टाइगर रिजर्व के लिए पद ही सृजित नहीं किए हैं। वहीं, विवादों में घिरी आईएफएस अंजना तिर्की को हटाए जाने के बाद से पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले एक माह से कोई फील्ड डायरेक्टर नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में 11 सितंबर को मप्र स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 30वीं बैठक होनी है। तीन माह पहले 22 मई को हुई 29वीं बैठक में ताप्ती के साथ ही राघौगढ़ और सोनेवानी को कंजर्वेशन रिजर्व बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। लेकिन अब तक सिर्फ ताप्ती का ही नोटिफिकेशन निकल सका है।

भोपाल समेत 5 सर्किल में सीसीएफ ही नहीं

भोपाल समेत प्रदेश में 5 सर्किल ऐसे हैं जहां सीसीएफ ही नहीं हैं। भोपाल में 31 अगस्त को राजेश खरे के रिटायरमेंट के बाद सीसीएफ का पद खाली है। वहीं, महाराष्ट्र से सटे सिवनी सर्किल में सीसीएफ का पद 31 जनवरी के बाद से खाली है।

शहडोल सर्किल में 30 जून और खंडवा में 31 जुलाई के बाद से सीसीएफ का पद खाली है। राजधानी परियोजना प्रशासन को समाप्त करने के बाद भोपाल शहर के लिए गठित किए गए सामाजिक वानिकी मंडल में भी कोई अधिकारी नहीं है। वहीं भोपाल, बैतूल, रीवा, सिवनी, रतलाम, इंदौर, झाबुआ में रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग के पद भी खाली हैं।



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