झाड़मऊ14 मिनट पहले
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झाड़मऊ| रविवार को ग्रहण काल के सूतक के कारण पितृ पूजन, धूप-दीप व दान धर्म का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। दोपहर 1 बजे तक लोगों ने अपने पूर्वजों की स्मृति में पूजन व दान कर श्राद्ध क्रियाएं पूरी कीं। बालाहेड़ा में आयोजित पितृ मोक्ष भागवत में आचार्य