मंडी संतर नंबर 2 में विराजी देवी मां।
सबलगढ़ में नवदुर्गा स्थापना के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गई। शहर के विभिन्न गली-मोहल्लों में स्थानीय निवासियों ने पंडालों में माता के दरबार सजाए। अन्नपूर्णा देवी मंदिर में बुधवार शाम 8 बजे आरती का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्ध
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मंडी संतर के सभी पांच क्षेत्रों में भक्तों ने विशेष लाइटिंग के साथ माता के दरबार को सजाया। सीतापुर बस्ती, बेनीपुरा में माता काली का दरबार और पुरानी बाजार समेत शहर के कई हिस्सों में पंडाल स्थापित किए गए। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्थानों पर माता के दरबार सजाए गए हैं।
मंडी संतर नंबर 4 में स्थापित देवी मां की प्रतिमा।
अन्नपूर्णा देवी मंदिर में विशेष झांकी सजाई गई। श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए प्रत्येक पंडाल में अलग-अलग प्रकार की सजावट और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। तीसरे दिन से झांकियों का भी शुभारंभ हो गया है।

मंडी संतर नंबर 3 की तस्वीर।
अन्नपूर्णा मंदिर पुजारी लक्ष्मण दुबे का कहना है कि अन्नपूर्णा मंदिर बहुत प्राचीन है। अभी 65 वां चल समारोह निकाला गया था। यह कार्यक्रम नवदुर्गा पड़वा से नवमी तक चलता है। नवदुर्गा के तीसरे दिन से प्रतिदिन झांकियां सजाई जाती हैं।
लगातार 6 दिन तक कई सैकडों की संख्या में महिला और पुरुष भक्तगण दर्शन करने आते हैं। माता रानी की दूर-दूर तक यश कीर्ति फैली हुई है।

अन्नपूर्णा देवी मंदिर में भक्तों ने मां की आरती की।