रामलीला में राम रावण युद्ध की प्रस्तुति देते स्कूली बच्चे।
शरद पूर्णिमा के अवसर पर मानस भवन में शरदोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूलों के बीच रामलीला प्रस्तुतियां हुईं। साथ ही भगवान राधा कृष्ण के पत्रों ने भजनों पर नृत्य किया। रामलीला प्रतियोगिता में वंदना कॉन्वेंट स्कूल की प्रस्तुति ने पहला स्थान प्रा
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मानस भवन निर्माण एवं संचालन समिति के मंत्री सुनील अग्रवाल शुभम ने बताया कि मानस भवन समिति द्वारा हर वर्ष शरद पूर्णिमा उत्साह के साथ मनाई जाती है। इस बार हमने एक अलग आयोजन किया। शरदोत्सव में स्कूलों के बीच रामलीला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके बाद भगवान गणेश वंदना की प्रस्तुति हुई। बाहर से आए कलाकारों द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए। इसके बाद रामलीला प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। तीन स्कूलों द्वारा इस प्रतियोगिता में भाग लिया गया।
रामलीला की प्रस्तुति देते बच्चे।
बच्चों ने कई दिनों से तैयारी की थी सभी स्कूलों में रामलीला पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी। बच्चों ने इसके लिए कई दिनों से तैयारी की थी। 15- 15 मिनट की प्रस्तुति में ही बच्चों ने पूरी रामायण की लीला प्रस्तुत की। खासकर वंदना स्कूल की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। इसमें संगीतमय और बेहद आकर्षक तरीके से रामलीला की प्रस्तुति विद्यार्थियों ने दी।
अंत में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। रामलीला प्रस्तुति में वंदना कॉन्वेंट स्कूल ने पहला, सांदीपनि विद्यालय ने दूसरा और सरस्वती शिशु मंदिर की प्रस्तुति ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अतिथियों द्वारा इन्हें शील्ड और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के अंत में भजनों पर भगवान कृष्ण और राधा के पत्रों ने आकर्षक नृत्य पेश किया।

भगवान राम और माता सीता के पात्र में स्कूली बच्चे।

रावण पर विजय पाने के बाद भगवान राम का राज्याभिषेक।

प्रस्तुति में भगवान भोलेनाथ की तपस्या करता रावण।

वंदना कॉन्वेंट स्कूल की प्रस्तुति ने पहला स्थान प्राप्त किया।

विजेताओं को पुरस्कृत करते अतिथि।

कार्यक्रम में उपस्थित दर्शक।